रोहित शर्मा को टेस्ट मैच में बतौर सलामी बल्लेबाज खिलाने का एक मौका बदल सकता है ऑस्ट्रेलिया में भारत का इतिहास
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अगर रोहित शर्मा को बतौर सलामी बल्लेबाज खेलने का मौका मिलता है तो वो टेस्ट क्रिकेट में भी अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं।
टी20 सीरीज में 1-1 की बराबरी करने के बाद भरातीय टीम को अब टेस्ट की अगनी परिक्षा से गुजरना है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज का आगाज भारत 6 दिसंबर से एडिलेड टेस्ट से करेगा। भारतीय टीम के पास ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने का अच्छा मौका है। ऐसा कहा जा रहा है कि वॉर्नर और स्मिथ के ना होने से भारतीय टीम टेस्ट सीरीज आसानी से जीत सकती है, लेकिन ऐसा सोचना गलतो होगा, ऑस्ट्रेलिया की टीम भले ही बल्लेबाजी में कमजोर जरूर हो, लेकिन उनकी गेंदबाजी अभी भी मजबूत है। और वहीं भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन भी पिछले कुछ समय से खराब रहा है।
शुरुआत इंग्लैंड दौरे से करते हैं। इंग्लैंड दौरे पर भारतीय बल्लेबाजों ने खासा नराज किया। वहां भारत को कोई भी सलामी बल्लेबाज भारतीय टीम को अच्छी शुरुआत नहीं दिला सका। भारत के लिए इंग्लैंड में शिखर धवन, मुरली विजय और केएल राहुल ने ओपनिंग की थी। अगर केएल राहुल के आखिरी मैच के रन को निकाल दिया जाए तो सभी सलामी बल्लेबाज इंग्लैंड में फ्लॉप रहे थे।
इसके बाद भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी सरजमी पर टेस्ट मैच खेले। इस सीरीज में भारत ने युवा पृथ्वी शॉ को मौका दिया और शॉ ने इस मौके को अपने हाथों से जाने नहीं दिया। शॉ ने अपने बल्ले से वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों की खूब धुनाई की और 2 मैचों में सबसे अधिक 237 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 118.50 का रहा। शॉ की इस परफॉर्मेंस की वजह से उन्हें मैन ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड से भी नवाजा गया, लेकिन इस सीरीज में भी राहुल फ्लॉप रहे और उन्होंने 2 मैचों में मात्र 37 रन बनाए जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 33 का रहा।
मुरली विजय भी खासी अच्छी फॉर्म में दिखाई नहीं दे रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने दो मैचों में मात्र 26 ही रन बनाए। जिस वजह से उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ अगले दो टेस्ट मैचों से टीम से बाहर कर दिया गया।
अब ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर भारत के पास युवा पृथ्वी शॉ, केएल राहुल और मुरली विजय तीन सलामी बल्लेबाज है। भारत पहले मैच में पृथ्वी शॉ और केएल राहुल को बतौर सलामी बल्लेबाज खिला सकता है, लेकिन केएल राहुल और मुरली विजय की मौजूदा फॉर्म को देखकर लगता नहीं है कि वह ऑस्ट्रेलिया में भी रन बना पाएंगे। इस वजह से भारत को रोहित शर्मा को भी एक सलामी बल्लेबाज के तौर पर मौका देना चाहिए।
रोहित का बल्ला सफेद गेंद क्रिकेट में पिछले कुछ समय से काफी अच्छा चल रहा है और ऑस्ट्रेलिया की पिच रोहित को बहुत रास आती है। रोहित वनडे क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया में 50 की औसत से रन बनाते हैं, वहीं टेस्ट मैच में उनकी औसत 28.83, लेकिन इसमें भी उन्होंने 4 इनिंग में 6ठें नंबर पर बल्लेबाजी की है। छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने का मतलब है कि ज्यादातर समय उन्हें टेलएंडर के साथ बल्लेबाजी करनी पड़ी है, ऐसे में रोहित की परफॉर्मेंस उनके इस रिकॉर्ड पर जज नहीं की जा सकती।
अगर रोहित को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में ओपनिंग करने का मौका मिलता है तो वह जरूर धमाल मचाएंगे। वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान खुद रोहित ने यह बयान दिया था कि वह टेस्ट में भी बतौर ओपनर खेलने को तैयर हैं। अगर शुरुआती एक-दो मैचों में भारतीय सलामी बल्लेबाज कुछ कमाल नहीं दिखा पाते तो भारत को बिना देर किए रोहित शर्मा को बतौर ओपनर एक मौका दे दिया जाना चाहिए।