श्रीलंका के खिलाफ पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच की पूर्व संध्या पर यहां अभ्यास के दौरान कैच लेते हुए भारतीय कप्तान विराट कोहली की बायें हाथ की छोटी ऊंगली में गेंद लग गयी। यह घटना भारत के अभ्यास सत्र के पहले हिस्से में हुई। भारतीय टीम के फिजियो नितिन पटेल तुरंत कोहली का उपचार करने लगे और उन्हें ‘मैजिक स्प्रे’ लगाते हुए देखा गया।
स्पिन आल राउंडर रविंद्र जडेजा अभ्यास सत्र में मौजूद नहीं थे जो गुरूवार को यहां पहुंचने वाले अंतिम खिलाड़ी थे। दोनों टीमें 22 महीनों के बाद एक दूसरे खिलाफ अपना पहला टी20 मैच खेल रही हैं।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शनिवार को कहा कि शीर्ष क्रम की असफलता पर मध्यक्रम जब तक दबाव की परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन नहीं करेगा तब तक भारत के लिये आईसीसी प्रतियोगिताओं में जीत हासिल करना मुश्किल होगा। भारत ने पिछला आईसीसी टूर्नामेंट 2013 में (चैम्पियंस ट्राफी) में जीता था।
टीम को कई बार प्रबल दावेदार माना जाता है जिसमें टीम या तो कप्तान या फिर उप कप्तान रोहित शर्मा पर निर्भर रहती है। इस साल सभी की निगाह टी20 विश्व कप पर टिकी है और कोहली ने साल में पहली मीडिया बातचीत में साथी खिलाड़ियों से अपनी उम्मीदें बतायीं। कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ टी20 श्रृंखला के शुरूआती मैच से पहले कहा, ‘‘हमें ऐसे खिलाड़ी चाहिए जो छठे या सातवें नंबर तक आपको मैच जिताने के लिये तैयार रहें। यह बल्लेबाजी लाइन अप में दो या तीन खिलाड़ियों पर निर्भर होना नहीं है। आप इस तरह से आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत सकते। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये हमारा मुख्य ध्यान खिलाड़ियों को ऐसे हालात की जानकारी देना है और उनसे इस स्थिति में निडर होकर मैच विजेता बनने की उम्मीद करना है। ’’
श्रेयस अय्यर ने अपनी वापसी के बाद से अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन दबाव की परिस्थितियों में उनकी परीक्षा नहीं हुई है। ऋषभ पंत की हालांकि निरंतर अच्छा प्रदर्श नहीं करने के लिये आलोचना की जाती रही है।
कोहली ने कहा, ‘‘ये अगली कुछ श्रृंखलायें यह देखने के लिये बहुत रोमांचक होंगी कि कौन दबाव भरे हालात में अच्छा प्रदर्शन करता है। और जब शीर्ष क्रम में मैं या रोहित या फिर लोकेश राहुल या शिखर नहीं चलते तो वे कैसा खेल दिखाते हैं। ’’
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