Ind vs Nz, 3rd ODI: कोहली ने छोड़ दिया था मैच राम भरोसे
न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ रविवार को कानपुर में तीसरा और निर्णायक वनडे मैच भले ही इंडिया ने आख़िरी ओवर में जीत लिया लेकिन टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली उम्मीद छोड़ चुके थे.
न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ रविवार को कानपुर में तीसरा और निर्णायक वनडे मैच भले ही इंडिया ने आख़िरी ओवर में जीत लिया लेकिन टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली उम्मीद छोड़ चुके थे. जिस तरह से टॉम लेथम खेल रहे थे उससे तो लग रहा था कि मैच न्यूज़ीलैंड के कब्ज़े में है, इसकी हताशा भी कोहली के चेहरे पर दिख रही थी लेकिन आख़िरकार इंडिया ने मैच छह रनों से जीत ही लिया.
मैच के बाद विराट कोहली ने कहा कि आख़िरी पलों में उन्होंने मैच गेंदबाज़ो के हवाले कर दिया था लेकिन उन्होंने रणनीति के अनुसार गेंदबाज़ी करके टीम को जीत दिला दी.
बता दें कि टीम इंडिया के 337 रनों के जवाब में न्यूजीलैंड ने सात विकेट पर 331 रन बनाए थे, लेकिन आखिरी मौके पर हालात काफी तनावपूर्ण हो गए थे और कीवी टीम 6 रन से मैच और सीरीज जीतने से रह गई.
कोहली ने कहा, ‘न्यूजीलैंड को श्रेय जाता है, उन्होंने हमें तीनों मैच में चुनौती दी और हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए मजबूर किया. आखिरी मौके पर मैंने सारी जिम्मेदारी गेंदबाजों पर छोड़ने का फैसला किया ताकि वे जैसी चाहें वैसी गेंदबाजी करें और यही वजह थी कि मैं शांत बना रहा.
कप्तान कोहली बोले, ‘मैच के दौरान दूसरी पारी में ओस भी थी और खुशी है कि लड़के टीम को जीत दिलाने में सफल रहे. विकेट आसान था और गेंद अच्छी तरह से बल्ले पर आ रही थी. इसलिए मुझे लगता है कि हमने 25 रन कम बनाए. खुशी इसलिए है कि गेंदबाजों ने सही समय पर अच्छा प्रदर्शन किया.
कोहली के कहा, ‘यह हमारे लिए नाकआउट मैच जैसा था और खिलाड़ियों ने जज्बा दिखाया.’ कप्तान कोहली ने इस मैच में अपना 32वां शतक बनाया और इस बीच वह वनडे में सबसे तेज 9000 रन पूरे करने वाले बल्लेबाज भी बन गए.
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘मेरा लक्ष्य टीम के लिए मैच और सीरीज जीतना होता है और अगर मैं निजी तौर पर अच्छा प्रदर्शन करता हूं तो यह बोनस होता है. इन रिकॉर्ड्स को नज़रअंदाज़ करना मुश्किल होता है, क्योंकि हम इनके बारे में सुनते रहते हैं लेकिन हमारा लक्ष्य किसी भी स्थिति में टीम को जीत दिलाना होता है.’