अहमदाबाद| अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की रोटेशन नीति के आलोचकों से टीम के व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए इसकी व्यापक तस्वीर पर गौर करने का आग्रह किया है। इंग्लैंड ने रोटेशन नीति के चलते जॉनी बेयरस्टॉ और मार्क वुड को भारत के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों से बाहर रखा और अब आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिये उनकी वापसी हुई है।
विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर पहले टेस्ट मैच के बाद जबकि आलराउंडर मोईन अली दूसरे मैच के बाद स्वदेश लौट गये। एंडरसन ने ‘गॉर्डियन’ समाचार पत्र से कहा, ‘‘आपको व्यापक तस्वीर पर गौर करना चाहिए। इसके पीछे विचार यह था कि अगर मैं उस टेस्ट (दूसरे मैच) में नहीं खेल पाया तो इससे मुझे गुलाबी गेंद से होने वाले टेस्ट के लिये अधिक फिट होकर मैदान पर उतरने का मौका मिलेगा।’’
केविन पीटरसन सहित कई पूर्व खिलाड़ियों ने ईसीबी की नीति की आलोचना की और कहा कि उसे भारत के खिलाफ इस बड़ी श्रृंखला में अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी उतारने चाहिए। एंडरसन श्रृंखला के पहले मैच में खेले और उन्होंने पांच विकेट लेकर इंग्लैंड की जीत में अहम भूमिका निभायी। दूसरे मैच में उन्हें विश्राम दिया गया था जिसे भारत ने 317 रन से जीता।
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उन्होंने कहा, ‘‘मैं अच्छा और तरोताजा महसूस कर रहा हूं और मौका मिलने पर फिर से खेलने के लिये तैयार हूं। यह एक हद तक निराश करने वाला है लेकिन हमें जितनी अधिक क्रिकेट खेलनी है उसे ध्यान में रखते हुए मैं बड़ी तस्वीर पर गौर कर सकता हूं। ’’
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एंडरसन ने कहा, ‘‘यह केवल मेरे लिये नहीं, सभी गेंदबाजों के लिये समान है। हमें इस साल 17 टेस्ट मैच खेलने हैं और इनके लिये अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को फिट और तरोताजा रखने का सर्वश्रेष्ठ तरीका यही है कि उन्हें बीच बीच में थोड़ा विश्राम दिया जाए।’’
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