नई दिल्ली| कोरोनावायरस के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें संस्करण का भविष्य अधर में लटका हुआ है। लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और आईपीएल फ्रेंचाइजी अभी भी इसके आयोजन को लेकर उम्मीद बनाए हुए हैं।
ऐसे परिस्थिति में बीसीसीआई लगातार विदेशी बोर्ड के साथ सपंर्क बनाए हुआ है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए), इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) जैसे अन्य सभी विदेशी बोर्ड को भी मौजूदा स्थिति और सरकार के निदेशरें से लगातार अवगत कराया गया है।
अधिकारी ने कहा, " विभिन्न विकल्पों पर चर्चा की गई है जैसे कि एक बंद दरवाजों के बीच टूर्नामेंट। लेकिन अब यह साफ है कि हर कोई चाहता है कि विदेशी खिलाड़ी आईपीएल का हिस्सा हों और यह टूर्नामेंट के प्रमुख आकर्षण में से एक है। इसलिए हम यहां की स्थिति और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए निर्देशों के साथ-साथ कोरोनोवायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार के आदेशों से भी बोर्ड को लगातार अपडेट कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, " वास्तव में यह दो-तरफा प्रक्रिया है क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय सीमा लॉकडाउन हैं। यह भी एक पहलू है जिसे ध्यान में रखा जाना चाहिए क्योंकि जब भी आईपीएल होता है तो उस दिन के अंत तक विदेशी खिलाड़ियों को आने की जरूरत होती है।"
बीसीसीआई अब अक्टूबर-नवंबर के विंडो में आईपीएल को कराने की सोच रहा है, लेकिन यह तभी संभव है जब आईसीसी इस साल के अंत में होने वाले टी-20 विश्व कप को स्थगित करने के बारे में सोचे क्योंकि टी-20 विश्व कप का आयोजन भी अक्टूबर-नवंबर में ही होना है। इस बीच, आईपीएल फ्रेंचाइजियों ने फैसला किया है कि वे अब अगली बैठक 14 अप्रैल के बाद ही करेंगे।
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