आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप 2018: भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 48 रन से धोया
आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप में भारत की तरफ से स्मृति मंधाना ने शानदार अर्धशतक लगाया और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना के करियर की सर्वश्रेष्ठ 83 रन की पारी के बाद गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन से भारत ने आईसीसी महिला विश्व टी20 के ग्रुप बी मैच में शनिवार को ऑस्ट्रेलिया को 48 रन से करारी शिकस्त दी। लगातार चौथी जीत के साथ ही भारतीय टीम ग्रुप तालिका में शीर्ष पर है और 22 नवंबर को होने वाले सेमीफाइनल में उसका सामना वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच होने वाले मैच में हारने वाली टीम से होगा। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 167 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने के बाद ऑस्ट्रेलिया की पारी को 19.4 ओवर में 119 रन पर समेट दिया।
प्लेयर ऑफ द मैच मंधाना ने 55 गेंद की पारी में नौ चौके और तीन छक्के लगाए। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी मंधाना का शानदार तरीके से साथ दिया। उन्होंने 27 गेंद में 43 रन की तेज तर्रार पारी खेलने के अलावा तीसरे विकेट के लिए मंधाना के साथ 68 रन की साझेदारी की। इसके बाद अनुजा पाटिल (15 रन पर तीन विकेट) के नेतृत्व में स्पिनरों के शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पारी को 19.4 ओवर में नौ विकेट पर 119 रन रोक दिया। पूनम यादव (28 रन पर दो विकेट), राधा यादव (13 रन पर दो विकेट) और दीप्ति शर्मा (24 रन पर दो विकेट)।
ऑस्ट्रेलिया के लिए एलिसा हीली बल्लेबाजी करने नहीं आयी। वह भारतीय पारी के 19वें ओवर में ओवर में कैच लेने की कोशिश में बेथ मूनी से टकरा कर चोटिल हो गयी थी। जीत के लिए 168 रन का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया के लिए फॉर्म में चल रही हीली की गैरमौजूदगी में मूनी (19) और एलिसे विलानी (06) ने पारी की शुरूआत की। दोनों ने चार ओवर में 27 रन जोड़े। दीप्ति ने पांचवें ओवर की शुरूआती दो गेंदों पर दोनों सलामी बल्लेबाजों को चलता किया। कप्तान मेग लानिंग (10) भी कुछ खास नहीं कर सकीं और राधा की गेंद पर कृष्णामूर्ति ने उनका शानदार कैच लपका। पूनम ने इसके बाद एशले गार्डनर (20) को चलता किया। गर्डनर का कैच भी कृष्णामूर्ति ने लिया।
एक छोर पर एलिसे पेरी (नाबाद 39) टिकी रहीं लेकिन दूसरे छोर से भारतीय गेंदबाजों ने विकेट चटकाना जारी रखा। उन्होंने 28 गेंद की पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया। इससे पहले भारतीय पारी के दौरान एशले गार्डनर (25 रन पर दो विकेट) ने दूसरे ओवर में ही सलामी बल्लेबाज तान्या भाटिया (02) को कप्तान मेग लानिंग के हाथों कैच कराया। स्मृति मंधाना ने एक छोर से आक्रामक बल्लेबाजी करना जारी रखा जिससे भारत ने पहने पावर प्ले में एक विकेट के नुकसान पर 46 रन बना लिए। पावर प्ले के अगले ही ओवर में जेमिमा रौद्रिगेज (06) को डेलिसा किमिंस (42 रन पर दो विकट) ने पवेलियन का रास्ता दिखाया। मंधाना और रौद्रिगेज ने 44 रन की साझेदारी की।
मंधाना ने 10वें ओवर की दूसरी गेंद पर चौका लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया। दो विकेट गिरने के बाद बल्लेबाली के लिए आयी हरमनप्रीत ने अपनी पारी की शुरूआत में मोलिने की गेंद पर छक्का लगाकर अपने आक्रामक रूख का परिचय दिया। इस दौरान मंधाना ने चौका लगाकर 31 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया।
हरमनप्रीत 14वें ओवर की तीसरी गेंद पर किमिंस का शिकार बन गईं। उनका कैच हैंस ने लपका। अगले ही ओवर में मंधाना को भी मैदानी अंपायर ने पगबाधा आउट दे दिया लेकिन वीडियो समीक्षा में गेंद लेग स्टंप के बाहर टप्पा खाती दिखी और अंपायर को अपना फैसला वापस लेना पड़ा। इस दौरान वह टी20 अंतरराष्ट्रीय में मिताली राज के बाद सबसे तेज 1000 रन का आंकड़ा छूने वाली भारतीय खिलाड़ी बनीं।
मंधाना ने इसके बाद 18वें ओवर में एक छक्का और एक चौका लगाकर 17 रन जुटाए। वह हालांकि अगले ही ओवर में शट (30 रन पर एक विकेट) की गेंद पर आउट हो गयी। मंधाना और हरमनप्रीत के अलावा कोई अन्य भारतीय बल्लेबाज अपना प्रभाव नहीं छोड़ सका। टीम ने हालांकि वेदा कृष्णमूर्ति, डायलान हेमलता, दीप्ति शर्मा और अरूंधति रेड्डे का विकेट जल्दी-जल्दी गवां दिया जिसके कारण टीम अंतिम ओवरों में तेजी से रन नहीं जुटा सकी। इन में तीन खिलाड़ियों का विकेट एलिसे पेरी ने लिया जो ऑस्ट्रेलिया की सबसे सफल गेंदबाज रही।