गेंदबाजी एक्शन पर ICC के नियम बेतुके: अजमल
कराची: संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन के कारण अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर पर लगाम लगने से निराश पाकिस्तानी आफ स्पिनर सईद अजमल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि उसके नियम बेतुके हैं
कराची: संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन के कारण अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर पर लगाम लगने से निराश पाकिस्तानी आफ स्पिनर सईद अजमल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि उसके नियम बेतुके हैं और आफ स्पिन गेंदबाजी को खत्म कर देंगे ।
उन्होंने कहा कि यदि आईसीसी अपने नये नियमों को कायदे से लागू करना चाहती है तो उसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सक्रिय सभी गेंदबाजों की जांच करनी चाहिये।
अजमल ने जियो सुपर चैनल से कहा , सिर्फ आफ स्पिनरों को ही निशाना क्यो बनाया जाता है । बायें हाथ के स्पिनरों, लेग स्पिनरों या तेज गेंदबाजों को क्यो नहीं । मैं कई बार इस गेंदबाजी समीक्षा प्रक्रिया से गुजरा हूं और काफी करीब से इस मसले को देखा हूं । मैं दावे से कह सकता हूं कि यदि टेस्ट कराये जायें तो कई ऐसे गेंदबाज हैं जिनकी कोहनी 15 डिग्री की सीमा से अधिक मुड़ती है।
उन्होंने कहा , मैं उनके नाम नहीं लेना चाहता लेकिन ऐसे गेंदबाज हैं जो नये नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं और उन पर किसी का ध्यान नहीं है।
उन्होंने कहा कि वह हैरान हैं कि किसी को भारतीय आफ स्पिनरों हरभजन सिंह और आर अश्विन के एक्शन में कोई खामी नजर नहीं आती।
उन्होंने कहा , यदि हरभजन के गेंदबाजी एक्शन की जांच कराई जाये तो मैं कह सकता हूं कि वह 15 डिग्री की सीमा से अधिक कोहनी मोड़ता है।
अजमल ने कहा , कई बार मुझे यह बेतुका लगता है । उन्होंने 2009 में मेडिकल आधार पर मेरे एक्शन को क्लीन चिट दी और छह साल बाद फिर उन्हें मेरा एक्शन अवैध लगा।
उन्होंने कहा , मुझे यह काफी अजीब लगता है कि बिलाल आसिफ ने अपने पहले दो वनडे खेले और विकेट नहीं लिया तो किसी ने उसके एक्शन की शिकायत नहीं की । जैसे ही उसने पांच विकेट लिये, उसके एक्शन की अंपायरों ने शिकायत कर दी । उन्हें सिर्फ दो गेंद में खामी नजर आ गई । यह हास्यास्पद है।
पाकिस्तानी टीम से बाहर अजमल ने कहा कि उन्हें लगता है कि पाकिस्तानी गेंदबाजों को ज्यादा निशाना बनाया जाता है । उन्होंने कहा , विश्व कप से पहले मुझे और हफीज को बाहर कर दिया गया था । मैं आईसीसी से बात करके मेडिकल आधार पर उसके नये नियमों को चुनौती देना चाहता हूं । मैं जब 13-14 बरस का था तब से ही मेरे दाहिने हाथ की कलाई और कोहनी में दिक्कत है और मैं इसमें कुछ नहीं कर सकता । इसे ध्यान में रखकर भी मुझे एक्शन बदलने के लिये कहना अनुचित है।