भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर का मानना है कि लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध से गेंदबाजों का जीवन मुश्किल हो जाएगा। जाफर ने इसी साल मार्च में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था। पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले की अगुवाई वाली आईसीसी क्रिकेट समिति ने पिछले महीने COVID-19 महामारी से निपटने के लिए अंतरिम उपाय के रूप में गेंद पर लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की थी।
जाफर ने 'इंडियन ऑयल' के साथ इंस्टा चैट में कहा, "ICC ने लार का इस्तेमाल नहीं करने का सुझाव दिया है। गेंदबाजों के लिए लार का इस्तेमाल नहीं करना कठिन है। फिर मुझे लगता है यह नियम बल्लेबाजों के लिए खेल को बहुत आसान बनाने जा रहा है।"
फर्स्ट क्लास क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज जाफर ने कहा, "आईसीसी को यह सुनिश्चित करना होगा कि बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बीच एक संतुलन बना रहे और आप खेल को इनमें से किसी के भी लिए एकतरफा नहीं बनाना चाहंगे।"
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42 वर्षीय जाफर ने टेस्ट मैचों में दो नई गेंदों के उपयोग का सुझाव दिया और कहा कि आईसीसी के क्यूरेटर को ऐसी पिचें तैयार करनी होंगी जो बल्लेबाजों या गेंदबाजों के पक्ष में न हों। उन्होंने कहा, "मैंने सुझाव दिया कि टेस्ट मैच में आप दो नई गेंदों का उपयोग कर सकते हैं। यह एक ऐसी चीज है जो हो सकती है। शायद क्यूरेटर एक ऐसी पिच या विकेट बना सकते हैं जो बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए हो, न कि केवल बल्लेबाजी या गेंदबाजी के अनुकूल।"
उन्होंने यह भी महसूस किया कि खिलाड़ियों के लिए नए नियमों को हमेशा ध्यान में रखना मुश्किल होगा, खासकर खेल के दौरान मुश्किल घड़ी में। कोरोना महामारी के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए क्रिकेट खेलने को लेकर वसीम ने कहा, "यह दिलचस्प होगा। क्रिकेट बहुत शारीरिक खेल नहीं है, लेकिन फिर भी ड्रेसिंग रूम में आप एक दूसरे के बहुत करीब बैठते हैं। जब आप मैदान में जा रहे होते हैं और आप कप्तान से बात कर रहे होते हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना मुश्किल हो जाता है।"
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