आईसीसी से हो गई बहुत बड़ी गलती, नहीं पहचान पाए कौन है विजय शंकर!
गलती हर कोई करता है, लेकिन विश्व भर में क्रिकेट की प्रतियोगिताओं की नियंत्रक तथा नियामक संस्था आईसीसी ने ट्विटर पर उस समय सबसे बड़ी गलती कर दी जब उन्होंने विजय शंकर की जगह ऋषभ पंत की तस्वीर पोस्ट कर दी।
गलती हर कोई करता है, लेकिन विश्व भर में क्रिकेट की प्रतियोगिताओं की नियंत्रक तथा नियामक संस्था आईसीसी ने ट्विटर पर उस समय सबसे बड़ी गलती कर दी जब उन्होंने विजय शंकर की जगह ऋषभ पंत की तस्वीर पोस्ट कर दी। दरअसल, आईसीसी ने आज एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने विजय शंकर के हवाले से लिखा कि "मैं करीबी मैच को खत्म करने में विश्वास रखता हूं"।
आईसीसी ने ये बयान तो विजय शंकर के हवाले से लिखा, लेकिन उन्होंने तस्वीर विजय शंकर की जगह ऋषभ पंत की लगा दी। यह गलती उनसे सिर्फ ट्विट पर ही नहीं हुई उन्होंने अपनी अधिकारिक वेबसाइट पर भी इस स्टोरी को पोस्ट करते हुए ऋषभ पंत की ही तस्वीर लगाई।
हालांकि आईसीसी ने अब अपने ट्विटर अकाउंट से ट्विट डिलीट कर दिया है और साथ ही वेबसाइट पर भी ऋषभ पंत की तस्वीर को हटाकर विजय शंकर की तस्वीर लगा दी है।
बता दें, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जारी वनडे सीरीज और फिर उसके बाद न्यूजीलैंड में होने वाले पांच मैचों की वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल किए गए ऑलराउंडर खिलाड़ी विजय शंकर ने कहा है कि इस दौरे के लिए तैयार हैं। शंकर एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले दूसरे वनडे से पहले भारतीय टीम के साथ जुड़ेंगे और न्यूजीलैंड में होने वाले पांच मैचों की वनडे सीरीज में भी टीम का हिस्सा होंगे।
क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, शंकर इससे पहले श्रीलंका में खेले गए निदहास टी-20 सीरीज में भारतीय टीम के लिए खेल चुके हैं और अब वो वनडे में डेब्यू करने के लिए तैयार हैं।
27 साल के शंकर पिछले साल दिसंबर में इंडिया-ए के साथ न्यूजीलैंड दौरे पर थे जहां उन्होंने 94 के औसत से तीन मैचों की लिस्ट-ए सीरीज में 188 रन बनाए थे और इंडिया-ए को न्यूजीलैंड-ए के खिलाफ सीरीज जिताने में अहम योगदान दिया था।
शंकर ने क्रिकइंफो से कहा कि वो वहां के हालातों से वाकिफ हो चुके हैं और इसका फायदा उन्हें आगामी सीरीज में मिलेगा। उन्होंने न्यूजीलैंड में खेले गए अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वहां की पिचें पहले दो मैचों में काफी तेज थी और फिर तीसरे मैच में धीमी हो गई थी। हालांकि उन्होंने न्यूजीलैंड में तीन मैचों की सीरीज में मात्र 11 ओवर ही डाले थे जिसमें उन्हें एक सफलता मिली थी।