स्पिनर पीयूष चावला ने गुरुवार को साल 2005 में चैलेंजर ट्रॉफी मैच के दौरान सचिन तेंदुलकर को आउट करने से जुड़ी याद को फिर से ताजा किया। उस वक्त चावला सिर्फ 16 साल के थे और उन्होंने गुगली गेंदबाजी करके तेंदुलकर को क्लीन बोल्ड किया था। सचिन को आउट करने के बाद उन्होंने उस समय काफी सुर्खियां बटोरी थीं।
पीयूष चावला ने आकाश चोपड़ा के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर कहा, मैं फूला नहीं समा रहा था कि अंडर-19 से सीधा चैलेंजर ट्रॉफी खेल रहा था। जब मैं सचिन पाजी को बॉल डालने आया तो पहले दिमाग में चल रहा था कि वाह, मैं सचिन पाजी को बॉलिंग कर रहा हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "ऐसी स्थिति में दो ही चीजें होती हैं। पहली या तो आप बहुत ही नर्वस हो जाते हो या फिर आप बहुत रिलैक्स हो जाते हैं। उस समय मैं रिलैक्स ही था और मेरे दिमाग में चल रहा था कि अगर उन्होंने मुझे मार भी दिया तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन अगर मैंने सचिन को आउट कर दिया तो वो हेडलाइन बन जाएगी और यही हुआ। मेरे पास खोने को कुछ नहीं था।"
चावला 2007 और 2011 में विश्व कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा थे। भारत ने 2007 में पहला टी 20 विश्व कप जीता था, जबकि 2011 में, भारत ने दूसरी बार 50 ओवर का विश्व कप खिताब अपने नाम किया था।
चावला ने भारत के लिए कुल 3 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 7 ही विकेट लिए हैं। यह तीनों टेस्ट उन्होंने लंबे अंतराल में खेले। 2006 में डेब्यू टेस्ट खेलने के बाद चावला को दूसरा टेस्ट 2008 में और तीसरा टेस्ट 2012 में खेलने को मिला। इसके अलावा उन्होंने भारत की ओर से 25 वनडे और 7 टी 20 मुकाबले भी खेले हैं।
चावला इस साल 29 मार्च से शुरू होने वाली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) की ओर से मैदान पर उतरने वाले थे लेकिन कोरोनावायरस महामारी के कारण टूर्नामेंट को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
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