'कितना तकलीफ देता है कोरोना', मोइन अली ने बताया आइसोलेशन में बिताए अपने एक-एक दिन
मोइन अली अब कोरोना वायरस से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं और भारत के खिलाफ 5 फरवरी से शुरू होने वाले चेन्नई टेस्ट के लिए उपलब्ध हैं लेकिन मोइन इस वायरस के संपर्क में कैसे आए यह अभी भी एक मिस्ट्री बना हुआ है।
कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में कोई व्यक्ति कब इससे संक्रमित हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। ऐसे में फिलहाल इससे बचने का एकमात्र उपाय है कि जो भी जरूरी सुरक्षा उपाय सुझाए गए हैं उसका सही से पालन करें, जैसे कि हमेशा मास्क लगाकर रखना और साथ ही बार-बार अपने हाथों को साफ करना लेकिन इन सावधानियों के बावजूद कई बार हम इस संक्रमण के चपेट में आ जाते हैं।
क्रिकेट जगत में ऐसा ही खिलाड़ी इंग्लैंड के मोइन अली हैं। मोइन 18 महीने बाद टेस्ट टीम में श्रीलंका के खिलाफ वापसी करने वाले थे साल 2021 में यह उनके लिए एक नई शुरुआत होती लेकिन मोइन के इस 18 महीने के इंतजार में 14 दिन का आइसोलेशन और जुड़ गया क्योंकि श्रीलंका आते समय वह कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे।
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अपने इसी अनुभव को मोइन अली ने बयां किया और कहा, ''मैं दुआ करुंगा कि जिस तरह से मैं इस वायरस के कारण एक कमरे में बंद था वैसा किसी और के साथ ना हो यह बहुत ही तकलीफदेह था।''
हालांकि मोइन अली अब कोरोना वायरस से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं और भारत के खिलाफ 5 फरवरी से शुरू होने वाले चेन्नई टेस्ट के लिए उपलब्ध हैं लेकिन मोइन इस वायरस के संपर्क में कैसे आए यह अभी भी एक मिस्ट्री बना हुआ है।
दरअसल मोइन जब श्रीलंका के लिए रवाना हुए थे तो वह क्रिस वोक्स के साथ मिनी बस में साथ हीथ्रो एयरपोर्ट आए थे। यहां तक वह पूरी तरह से स्वस्थ महसूस कर रहे थे और साथ में वोक्स में भी वायरस के कोई लक्षण नहीं दिखा था।
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इस पर मोइन ने कहा, ''मुझे लगता है कि मैं जब प्लेन में चढ़ा था तब मैं इस वायरस के संपर्क में आया होउंगा। क्योंकि मेरे परिवार में किसी को भी कोई लक्षण नहीं था ना ही वोक्स में कुछ ऐसा दिख रहा था। मुझे पूरा भरोसा है कि या तो मैं इस वायरस से प्लेन में संपर्क में आया या फिर एयरपोर्ट पर।''
उन्होंने कहा, ''मैं पूरे रास्ते ठीक था। जब मैं घर से निकला तब मुझे कोई दिक्कत नहीं थी। एयरपोर्ट पर भी मुझे कुछ महसूस नहीं हुआ। मैं प्लेन में जादा नहीं सो पाया था क्योंकि मुझे जेटलैग महसूस हो रहा था लेकिन श्रीलंका पहुंचने के शाम को मुझे सर में हल्का दर्द शुरू हो गया और इसके बाद जब टेस्ट किया गया था मैं संक्रमित निकला। मैं इससे अचंभित नहीं था क्योंकि मैं कुछ ठीक महसूस नहीं कर रहा था। श्रीलंका पहुंचने के बाद से मुझे ठीक नहीं लग रहा था। शाम तक मुझे सर तेज दर्द शुरू भी हो गया।''
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मोइन ने कहा, ''मैं एक दिन के लिए किसी तरह का स्वाद पता नहीं कर पा रहा था। तीन दिन तक मुझे लगातार सर में दर्द रहा। शरीर पूरा गर्म था। मैंने इस तरह की थकान अपने पूरे जीवन में महसूस नहीं किया था। शुरुआत के तीन दिन काफी मुश्किल से बीते लेकिन उसके अलगे दिन से सब ठीक होने लगा था। क्योंकि मैं बिल्कुल भी नहीं चाहता था मुझे बुखार या खांसी हो।''
दो सप्ताह के अपने आइसोलेशन को याद कर मोइन अली ने कहा, ''14 दिन मुझे ऐसा लगा कि मैं कहीं फंसा हुआ हूं। आखिर के चार दिन तो बहुत मुश्किल से बीते क्योंकि मैं खुद में अच्छा महसूस कर रहा था। तबीयत ठीक हो गई थी लेकिन इसके बावजूद मैं रूम से बाहर नहीं निकल पा रहा था। यह बहुत ही कठीन था। हालांकि बाद में मैं खुद को समझाया और उस समय को समझदारी के साथ बिताया।''
उन्होंने कहा, ''मैं इन 14 दिनों में समय बिताने के लिए अक्सर अपने परिवार से बात करता था। दोस्तों को फोन करता था। कभी-कभी किताबें भी पढ़ता और साथ में कॉल ऑफ ड्यूटी खेल कर टाइम निकाला।''