अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह ने रविवार को कहा कि बीसीसीआई को भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी लीग में भाग लेने की अनुमति देनी चाहिए। साथ ही हरभजन ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) से एक प्रणाली / मानदंड लाने का आग्रह किया जिसके माध्यम से खिलाड़ी अनुमति के लिए आवेदन कर सकते हैं।
हरभजन ने पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर कहा, "मुझे लगता है कि बीसीसीआई को खिलाड़ियों को विदेशी लीग में खेलने की अनुमति देनी चाहिए। आपको गैर-अनुबंधित खिलाड़ियों को अनुमति देना होगा, जिन्हें आप भारतीय पक्ष में नहीं चुनना चाहते हैं। आपको एक ऐसी प्रणाली बनानी होगी, जिसमें खिलाड़ी 50 टेस्ट खेलें हो या 35 से ऊपर हो तो उसको बोर्ड से अनुमति लेनी होगी।"
इससे पहले, ऑलराउंडर सुरेश रैना और पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने भी कहा था कि बीसीसीआई को उन खिलाड़ियों को विदेशी लीग में खेलने की अनुमति देनी चाहिए जिनके अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने की संभावनाएं कम हो या कम से कम 30 साल की उम्र को पार कर चुके हों।
39 वर्षीय हरभजन ने भारत के लिए 103 टेस्ट, 236 वनडे और 28 T20I मैच खेले हैं। उन्होंने सीमित ओवरों के क्रिकेट में 294 विकेट झटके। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच श्रीलंका के खिलाफ 2015 में खेला था। उनका अपना आखिरी वनडे भी इसी साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था।
वहीं, आखिरी बार भज्जी भारत के लिए T20I मैच साल 2016 में संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ खेलते नजर आए थे। इसके बाद से ही वह टीम से बाहर चल रहे हैं। हरभजन ने कहा कि जिन खिलाड़ियों ने क्रिकेट को सब कुछ दिया है वे बेहतर विदाई के लायक हैं और उन्हें उम्मीद है कि युवा क्रिकेटरों को इस तरह की स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा, "मैंने जो आखिरी वनडे सीरीज खेली, उसमें मैंने छह विकेट हासिल किए थे। हालांकि हम सीरीज हार गए थे। इसके बाद मैं भारत के लिए नहीं खेल सका। चीजें मेरे लिए सही नहीं थीं और मैं भविष्य में विस्तार से बात करूंगा। वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, वीवीएस लक्ष्मण जैसे कई खिलाड़ी बेहतर विदाई के हकदार थे। अगर हम अपने खिलाड़ियों का सम्मान नहीं करते हैं तो कोई भी उनका सम्मान नहीं करेगा। मेरे साथ जो कुछ भी हुआ है, मुझे उम्मीद है कि ऐसा किसी और के साथ नहीं होगा।"
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