BCCI गवर्निंग काउंसिल का फैंसला, लोढ़ा कमेटी की सिफारिशें होंगी लागू
नई दिल्ली: BCCI गवर्निंग काउंसिल की बैठक खत्म हो गई है। इस बैठक में फैंसला लिया गया है कि जस्टिस आर. एम. लोढ़ा की सिफारिशों को लागू किया जाएगा। इन सिफारिशों पर BCCI ने एक
नई दिल्ली: BCCI गवर्निंग काउंसिल की बैठक खत्म हो गई है। इस बैठक में फैंसला लिया गया है कि जस्टिस आर. एम. लोढ़ा की सिफारिशों को लागू किया जाएगा। इन सिफारिशों पर BCCI ने एक कमेटी का गठन किया है जो 6 हफ्तों में अपनी रिपोर्ट सौपेंगी जिससे IPL -9 का भविष्य तय होगा। साथ ही इस बात का भी फ़ैसला होगा कि क्या IPL में दो नई टीमें शामिल होंगी और वो कौन होंगी।
स्पॉट फिक्सिंग पर जस्टिस लोढ़ा कमेटी के फैसले के बाद हुई इस बैठक में भारतीय क्रिकेट के कर्ताधर्ता IPL का नया रोड मैप क्या हो इसपर चर्चा हुई।
स्पॉट फिक्सिंग पर जस्टिस लोढ़ा कमेटी के फैसले के बाद आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की ये पहली बैठक थी। लोढ़ा कमेटी ने चेन्नई और राजस्थान की फ्रेंचाइजी को दो साल के लिए बैन करने का फैसला सुनाया था। ऐसे में आज हो रही गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग और उसमें होने वाला हर फैसला बेहद अहम है।
इससे पहले आनन-फानन में हो चुकीं दो बैठकें पर नहीं निकला कोई निष्कर्ष-
लेकिन इस बैठक से पहले ही बीसीसीआई पूरी तरह बिखरी नज़र आ रही है। सूत्रों की मानें तो बोर्ड दो हिस्सों में बंटा हुआ लग रहा है। मीटिंग से पहले ही आनन-फानन में बीसीसीआई अधिकारियों की दो बैठकें भी हो चुकी हैं।
सबसे पहले 16 जुलाई को आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया से मिलने पहुंचे और उसके बाद 17 जुलाई को पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर भी जगमोहन डालमिया से मिलने गए थे।
इन दोनों बैठकों के बाद कोई हल तो नहीं निकला है, बल्कि मामला और उलझा हुआ नज़र आ रहा है। दरअसल सारी माथापच्ची चेन्नई की टीम को लेकर चल रही है। आज की मीटिंग में सबसे बड़ा सवाल यह है कि सीजन नौ में आईपीएल में कितनी टीमें खेलेंगी। चेन्नई और राजस्थान पर बैन के बाद क्या गवर्निंग काउंसिल दो नई टीमों को शामिल करेगा। अगर ऐसा हुआ तो वो दो टीमें कौन होंगी। चेन्नई और राजस्थान के खिलाड़ियों और स्पोर्ट स्टाफ का क्या होगा।
कौन क्या चाहता है-
सूत्रों की माने तो राजीव शुक्ला का खेमा चाहता है कि चेन्नई और राजस्थान दोनों टीमों का प्रबंधन दो साल तक बीसीसीआई संभाले।
उधर, अनुराग ठाकुर का खेमा चाहता है कि उत्तर प्रदेश और गुजरात से दो नई टीमें आईपीएल में आएं और उनके लिए नए सिरे से बोली लगे।
वहीं शशांक मनोहर और शरद पवार का खेमा चाहता है कि चेन्नई की टीम को आईपीएल से बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए।
दूसरी तरफ बीसीसआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया की तबीयत खराब होने की वजह से उनका आज की मीटिंग में शामिल होना पहले से ही असंभव माना जा रहा है।
IPL गवर्निंग काउंसिल के सामने पांच बड़े सवाल-
पहला सवाल - आईपीएल में 8 टीमों को कैसे बरक़रार रखा जाए?
दूसरा सवाल - क्या आईपीएल में दो नई टीमें शामिल होंगी?
तीसरा सवाल - दो नई टीमों के लिए कौन लगाएगा बोली?
चौथा सवाल – चेन्नई और राजस्थान के खिलाड़ियों का क्या होगा ?
पांचवां सवाल – यदि चेन्नई, राजस्थान की टीमें खेलती हैं, तो उनका प्रबंधन कौन करेगा?