गौतम गंभीर ने इस पूर्व क्रिकेटर को बताया अपना सबसे बड़ा रोल मॉडल
लक्ष्मण ने गंभीर के आक्रमक स्वाभाव को लेकर ट्वीट किया था और कहा था कि गंभीर खेल के प्रति पूरी तरह से जुनूनी थे और वह कभी भी क्रिकेट के मैदान पर किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटे।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए वीवीएस लक्ष्मण से एक मजेदार सवाल पूछा है। इससे पहले लक्ष्मण ने गंभीर को लेकर ट्वीट किया था कि वे एक ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने कभी चुनौतियों के सामने खुद को कमजोर नहीं होने दिया है।
लक्ष्मण के इस ट्वीट के बाद गंभीर ने ट्वीट कर लिखा, ''आपके साथ मैं जितना भी रहा वह मेरे लिए खास पल था, ड्रेसिंग रूम में आप मेरे रोल मॉडल थे। यही कारण है कि मैं मानता हूं कि आपको एक शानदार विदाई मैच मिलना चाहिए था।''
इसके अलावा गंभीर ने मजाकिया अंदाज में लक्ष्मण को लेकर कहा, ''आपके साथ खेलने के दिनों में मुझे एक बाद आज तक समझ नहीं आई और मुझे यह जानने की जिज्ञासा भी है कि जब मैं अपनी जान जोखिम में डालकर शॉट लेग पर फील्डिंग करता था तो आप हमेशा सिली पॉइंट पर कैसे पहुंच जाते थे।''
वहीं इससे पहले लक्ष्मण ने गंभीर के आक्रमक स्वाभाव को लेकर ट्वीट किया था और कहा था कि गंभीर खेल के प्रति पूरी तरह से जुनूनी थे और वह कभी भी क्रिकेट के मैदान पर किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटे।
लक्ष्मण ने ट्विटर पर कहा, " बड़े जिज्ञासु और खेल के प्रति पूरी तरह से जुनूनी गौतम गंभीर, क्रिकेट के मैदान पर कभी भी किसी चुनौती से पीछे नहीं हटा, चाहे वह दुनिया का कोई भी मैदान हो और कैसा भी पिच क्यों ना हो। इस खिलाड़ी हमेशा निडरता से सभी चुनौतियों का डट कर सामना किया। वह जानते थे कि उन्हें कैसे इससे निपटना है।"
गंभीर ने 2007 में टी-20 विश्व कप और साल 2011 में 50 ओवरों के विश्व कप जीताने में टीम के लिए सबसे अहम भूमिका अदा की है। 2007 विश्व कप में उन्होंने सात मैचों में 227 रन बनाए थे।
पाकिस्तान के खिलाफ 2007 टी 20 विश्व कप फाइनल में उन्होंने 75 रनों की संघर्षपूर्ण पारी खेलकर टीम को सम्मान जनक स्कोर तक पहुंचाया था, जिसके बदौलत भारत को इस रोमांचक फाइनल में जीत मिली थी।
वहीं 2011 विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के जल्दी आउट होने के बाद उन्होंने अपने दमपर पारी को संभाला था और 97 रनों की पारी खेली थी। गंभीर के इस दमदार पारी के बुते ही भारत फाइनल में 275 रनों के लक्ष्य को हासिल कर सका था।
गंभीर ने इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स को दो बार 2012 और 2014 में चैंपियन बनाया था।
दिसंबर 2018 में उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारुपों से संन्यास ले लिया था। इस समय वह पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के सांसद हैं।