शेन वॉटसन के साथ हुए 'कोहनी विवाद' पर 12 साल बाद खुलकर बोले गौतम गंभीर, दिया ये बयान
2008 में बॉडर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान गंभीर एक मैच में शेन वॉटसन से भिड़ गए थे। इस घटना के बाद गंभीर पर एक मैच का बैन लगाया गया था।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को हम उनकी लाजवाब बल्लेबाजी के साथ-साथ मैदान पर उनकेज गुस्से के लिए भी जानते हैं। कई बार हमने देखा है जब गंभीर मैदान पर विपक्षी टीम के खिलाड़ियों से भिड़ जाते हैं। क्रिकेट के मैदान पर गंभीर की शाहिद अफरीदी, उमर अकमल और शेन वॉटसन के साथ हुई भिड़ंत को फैन्स कभी नहीं भुला सकते।
शेन वॉटसन के साथ हुए कोहनी विवाद को गौतम गंभीर ने अब 12 साल बाद याद किया है और उस पर अपनी सफाई दी है। 2008 में बॉडर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान गंभीर एक मैच में शेन वॉटसन से भिड़ गए थे। यह चार मैच की टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच था जो दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेला गया था। इस मैच में गौतम गंभीर ने पहली पारी में 206 रन बनाए थे।
पारी के दौरान एक समय ऐसा आया था जब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ गंभीर की भिड़ंत हो गई थी और इस दौरान उन्होंने रन लेते हुए वॉटसन को कोहनी भी मारी थी। गंभीर की इस हरकत के बाद उन पर एक मैच का बैन लगाया गया था। हर किसी को लगता है कि गंभीर ने जानबूझकर वॉटसन को कोहनी मारी थी, लेकिन अब गंभीर ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखी है।
ये भी पढ़ें - टेस्ट सीरीज शुरू होते ही इस इंग्लिश गेंदबाज के साथ दोस्ती भुला देंगे जेसन होल्डर
गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के एक शो पर इस मुद्दे पर कहा शेन वॉटसन के साथ मैंने ये जानकर नहीं किया था। इस मैच के बाद मुझे एक मैच के लिए बैन कर दिया गया। कई लोगों ने कहा कि मैंने उन्हें कोहनी जानबूझकर मारी, लेकिन ऐसा मैंने किसी प्रयोजन से नहीं किया था। उन्होंने कहा कि जब मैं इस मामले में सुनवाई के लिए गया तो गैरी कर्स्टन ने मुझे कहा कि इसे स्वीकार कर लो क्योंकि ये क्रिस ब्रॉड है।"
गंभीर ने आगे कहा "इससे तुम्हें अतिरिक्त सहानुभूति मिलेगी और वो तुम्हे बैन नहीं करेगा। जब मैं गैरी के साथ अंदर गया तो क्रिस ने मुझे पूछा कि आप अपनी गलती स्वीकार करते हैं तो मैंने कहा कि हां, फिर उन्होंने मुझे कहा कि आप बैन किए जाते हो।"
ये भी पढ़ें - BCCI के लोकपाल डीके जैन का कार्यकाल एक साल बढ़ाया गया
उल्लेखनीय है, गंभीर के अलावा पहली पारी में वीवीएस लक्ष्मण ने भी दोहरा शतक जड़ा था, लेकिन फिर भी टीम इंडिया ये मैच नहीं जीत सकी थी।। गंभीर और लक्ष्मण के दोहरे शतक की मदद से भारतीय टीम पहली पारी में 613 रन बनाने में कामयाब रही थी। इस स्कोर के जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 577 रन बनाए।
36 रनों की लीड के साथ भारत ने दूसरी पारी में 208 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी। 245 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम आखिरी दिन 31 ही रन बना सकी और यह मैच ड्रॉ रहा।