हो गया खुलासा, इस वजह से गैरी कर्स्टन नहीं बन पाए भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच
कर्स्टन 2008 से 2011 तक तीन साल के लिये भारतीय टीम के मुख्य कोच रहे थे।
दक्षिण अफ्रीका के गैरी कर्स्टन पर तरजीह देते हुए पूर्व सलामी बल्लेबाज डब्ल्यू वी रमन को गुरूवार को भारतीय महिला क्रिकेट टीम का कोच नियुक्त किया गया जबकि चयन प्रक्रिया को लेकर प्रशासकों में आपसी मतभेद हैं। रमन (53 साल) इस समय बेंगलुरू में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में बल्लेबाजी सलाहकार के तौर पर काम कर रहे हैं। वह अगले महीने न्यूजीलैंड में पहली बार टीम के साथ जाएंगे।
बीसीसीआई अधिकारी ने पीटीआई से कहा,‘‘कर्स्टन बीसीसीआई की चयन समिति की पहली पसंद थे, लेकिन रमन को यह पद मिला क्योंकि कर्स्टन आईपीएल फ्रेंचाइजी रायल चैलेंजर्स बेंगलूर के साथ अपना पद छोड़ने को तैयार नहीं थे। उन्हें आईपीएल और राष्ट्रीय टीम में से एक को चुनने के बारे में मनाया नहीं जा सका।’’
चयन समिति में पूर्व कप्तान कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़ और एस रंगास्वामी शामिल हैं। विश्वस्त सूत्र ने कहा कि पैनल ने बोर्ड को तीन नाम -कर्स्टन, रमन और वेंकटेश प्रसाद (तरजीह के आधार पर) की सिफारिश की। लेकिन बीसीसीआई ने पद के लिये रमन को चुना।
भारत की पुरूष टीम को 2011 विश्व कप में खिताब दिलाने वाले कर्स्टन इन सभी में पहली पसंद थे। लेकिन इसके लिये उन्हें हितों के संभावित टकराव से बचने के लिये आरसीबी का पद छोड़ने की जरूरत थी। बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने भी कर्स्टन और आरसीबी अधिकारियों से बात की लेकिन इस पर सहमति नहीं बन सकी।
बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा,‘‘गैरी का कहना था कि महिलाओं की राष्ट्रीय टीम को कोचिंग देना और पुरूषों की आईपीएल टीम की जिम्मेदारी संभालना हितों का टकराव कैसे हो सकता है। वह इस चीज से सहमत नहीं हो सके। रमन अच्छी पसंद हैं क्योंकि टीम को इस समय बल्लेबाजी कोच की जरूरत है। प्रसाद इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर थे।’’
कर्स्टन 2008 से 2011 तक तीन साल के लिये भारतीय टीम के मुख्य कोच रहे थे। इसके बाद उन्होंने 2011 से 2013 तक दक्षिण अफ्रीका को कोचिंग दी। वह इस समय इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर के मुख्य कोच हैं।