पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में क्रिकेटर उमर अकमल पर 3 साल का प्रतिंबध लगाया गया है। उमर पर ये प्रतिबंध भ्रष्ट संपर्कों की सूचना नहीं देने के लिए लगाया गया है। उमर को पाकिस्तान सुपर लीग के 5वें सीजन से पहले सटोरियों ने संपर्क किया था जिसकी सूचना पाकिस्तानी क्रिकेटर ने बोर्ड को नहीं दी थी। हालांकि कयास लगाए जा रहे हैं कि इस मामलें में उमर को राहत मिल सकती है। माना जा रहा है कि पीसीबी उमर की ज्यादातर प्रतिबंध को निलंबित कर सकता है।
इस बीच उमर अकमल को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष नजम सेठी ने बड़ा खुलासा किया है। नजम सेठी का कहना है कि उमर अकमल को मिर्गी के दौरे पड़ते हैं। सेठी ने बताया कि उमर को मिर्गी की समस्या है और उसने इसका इलाज कराने से भी मना कर दिया था। सेठी 2013 से 2018 तक पीसीबी के अध्यक्ष और कार्यकारी समिति के प्रमुख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब वह बोर्ड के अध्यक्ष बने तो उन्होंने जिस पहली समस्या का सामना किया वह उमर से जुड़ी थी।
सेठी ने एक टीवी चैनल से कहा, ‘‘हमारे पास चिकित्सा रिपोर्ट थी जिसमें पुष्टि की गयी थी उसे मिर्गी के दौरे पड़ते हैं और हमने उसे वेस्टइंडीज से वापस बुला दिया। जब मैं उससे मिला तो मैंने उससे कहा कि यह गंभीर समस्या है और उसे विश्राम लेकर उचित उपचार कराने की जरूरत है। लेकिन वह यह मानने के लिये तैयार ही नहीं था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जो भी हो मैंने उसे दो महीने तक खेलने से रोक दिया लेकिन बाद में हमने चिकित्सा रिपोर्ट चयनकर्ताओं के पास भेज दी और उन पर फैसला छोड़ दिया क्योंकि मुझे उनके काम में हस्तक्षेप करना पसंद नहीं था। ’’ मिर्गी केंद्रीय तंत्रिता तंत्र (न्यूरोलॉजिकल) से जुड़ी बीमारी है जिसमें मस्तिष्क की गतिविधियां असामान्य हो जाती है। सेठी ने इसके साथ ही कहा कि उमर बेहद प्रतिभाशाली क्रिकेटर है लेकिन वह खुद को टीम से बड़ा समझता है। उन्होंने कहा, ‘‘उसे अनुशासन में रहना पसंद नहीं है। वह टीम के लिये नहीं खुद के लिये खेता है। वह अनुशासन की परवाह नहीं करता।’’
(With PTI Inputs)
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