BCCI के पूर्व अधिकारी का बड़ा बयान कहा, सचिन, सौरव, लक्ष्मण घबराते थे कोहली से
लगभग डेढ़ साल में एक के बाद एक सफलता का स्वाद चखने वाले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली साउथ अफ़्रीका में टेस्ट सिरीज़ हारने के बाद अब आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं.
लगभग डेढ़ साल में एक के बाद एक सफलता का स्वाद चखने वाले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली साउथ अफ़्रीका में टेस्ट सिरीज़ हारने के बाद अब आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं. बीसीसीआई के क्रिकेट प्रशासकीय कमेटी सदस्य रह चुके इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने कोहली की कप्तानी के से जुड़े कई मुद्दो को उठाकर उन पर ज़ोरदार हमला किया है. गुहा ने एक लेख में बीसीसीआई में बढ़ते कोहली के क़द पर सवाल उठाए हैं.
अंग्रेज़ी दैनिक द टेलीग्राफ़ में प्रकाशित लेख में गुहा ने विराट को करिश्माई खिलाडी बताया लेकिन इसके साथ ही अपने चार महीने के कार्यकाल में बीसीसीआई में विराट के बढ़ते क़द पर चिंता व्यक्त की है. गुहा ने कहा कि कोहली को चीज़ों और लोगों को अपने काबू में करना ख़ूब आता है. उन्होंने कहा कि यहां तक कि BCCI महत्वपूर्ण फैसलों में भारतीय कप्तान की राय लेती है. उन्होंने विराट पर तंज कसते हुए कहा कि मैदान और मैदान के बाहर सिर्फ और सिर्फ वहीं दिखते हैं. उन्होंने कोहली के बराबर सिर्फ अनिल कुंबले को माना. उनके अनुसार कुंबले के जाने की वजह भी यही बनीं. गुहा ने चयन समिति पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और विनोद राय भी कोहली से घबरा गए थे, तभी टॉम मूडी और अन्य के सामने रवि शास्त्री को चुना गया.
गुहा ने अपने लेख के बारे में कहा कि कुछ 'विराट भक्त' उनकी हाल की पारियों के कारण इस लेख के समय पर भी सवाल उठा सकते हैं, लेकिन यह बिल्कुल सही समय है. किसी व्यक्ति की महानता को संगठन पर हावी होने की छूट नहीं मिलनी चाहिए. उन्होंने टीम में व्यक्ति की शक्ति सीमा को तय करने पर जोर दिया. साथ ही साउथ अफ्रीका दौर पर मिली दोनों टेस्ट मैचों में हार के लिए टीम चयन पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि अंजिक्य रहाणे अगर दोनों टेस्ट मैच खेलते और दूसरे टेस्ट मैच में भुवनेश्वर कुमार को अगर बाहर नहीं बैठाया होता तो तथा श्रीलंका के खिलाफ गली क्रिकेट खेलने की बजाय टीम इंडिया को दो सप्ताह पहले ही साउथ अफ्रीका चल गई होती तो शायद आज नतीजे हमारे पक्ष में होते.
गुहा ने कहा कि पहले भारतीय क्रिकेट करप्शन का शिकार था, लेकिन अब इसे 'सुपरस्टार सिंड्रॉम' बीमारी ने जकड़ लिया है. उन्होंने कहा कि आज चयनकर्ता, कोचिंग स्टाफ, प्रशासक हर कोई विराट के कद के आगे बौना दिख रहा है.