लंदन। दो साल पहले साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने बॉल टेंपरिंग कांड को अंजाम देकर अपने बोर्ड की छवी धूमिल कर दी थी। इस स्कैंडल के मास्टरमाइंड डेविड वॉर्नर थे जिनका साथ उस समय के कप्तान स्टीव स्मिथ और बेहरनक्रॉफ्ट ने दिया था। कहा जाता है कि इस कांड में वैसे तो पूरी टीम शामिल थी, लेकिन स्टीव स्मिथ ने अपनी टीम को बचानो के लिए सारा दोष अपने सर ले लिया था। ऐसा ही कुछ इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर फ्लिंटॉफ का मानना है।
फ्लिंटॉफ ने ‘टॉकस्पोर्ट’ से कहा,‘‘मैं नहीं मान सकता कि पूरी टीम इसमें शामिल नहीं थी। बतौर गेंदबाज अगर कोई मुझे गेंद देता है और इससे छेड़छाड़ की गयी है तो मैं इससे शुरू में ही जान जाऊंगा। स्टीव स्मिथ ने हर किसी का दोष अपने ऊपर ले लिया था।’’
फ्लिंटाफ ने कहा,‘‘गेंद से छेड़छाड़ तो काफी लंबे समय से होती आ रही है और मुझे लगता है कि एक सीमा होती है जिसके बाद कोई ऐसा करता है। हम पर भी गेंद पर जेली लगाने के आरोप लगे थे। लोग इस पर सनस्क्रीन क्रीम भी लगाते हैं, जितना हो सके हर कुछ चीज आजमा चुके हैं।’’
स्मिथ पर दो साल के लिये कप्तानी से भी प्रतिबंध लगा दिया गया था। उन्होंने कहा कि यह मानना मुश्किल है कि टीम के अन्य सदस्यों को इस बारे में नहीं पता था कि क्या हो रहा है।
फ्लिंटाफ ने कहा,‘‘सैंडपेपर गलत है, लेकिन यह किसी अन्य चीज से ज्यादा बेवकूफाना है। लेकिन मैं इस बात को नहीं मान सकता कि टीम के अन्य सदस्य किसी न किसी तरीके से इसमें शामिल नहीं थे।’’
(With PTI Inputs)
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