लंदन| भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज और कप्तान सुनील गावस्कर का कहना है कि टी 20 लीग के जरिए दी जाने वाली वित्तीय सुरक्षा बल्लेबाजों को आजकल विस्फोटक प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है जिसका चलन उनके खेलने के समय में नहीं था। गावस्कर से पूछा गया कि क्या बेहतर सुरक्षात्मक उपकरण बल्लेबाजों को पहले की तुलना में अधिक आक्रामक तरीके से खेलने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
द इंडस एंटरप्रेन्योर्स (टीआईई) लंदन द्वारा आयोजित आशीष रे के साथ एक सार्वजनिक बातचीत में गावस्कर ने कहा, "यह सिर्फ सुरक्षात्मक गियर नहीं है। मुझे लगता है कि टी20 लीग के संदर्भ में उनके पास यही है जिसका वे हिस्सा हो सकते हैं। जब हम खेलते थे उस वक्त जो भी आमदनी हुई, 500 रुपये या जब मैंने क्रिकेट खेलना समाप्त किया, तो टेस्ट मैच के लिए 5,000 रुपये मिलते थे, यह हमारे लिए अतिरिक्त आय थी।"
उन्होंने कहा, "अगर हम अच्छा प्रदर्शन नहीं करते थे तो हमें टेस्ट टीम से बाहर रखा जाता था। हमें अपनी नौकरी पर वापस जाना पड़ता था, टाटा, रेलवे, एयर इंडिया, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया के साथ नौ से पांच की नौकरी करनी पड़ती थी। आज के समय में यह चिंता और डर नहीं है। आपके पास आईपीएल, बिग बैश और द हंड्रेड हैं। बल्लेबाजों को लगता है कि मैं विस्फोटक प्रदर्शन करूं।"
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