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Hindi News खेल क्रिकेट Exclusive| विराट कोहली और शिखर धवन को ये खास गुण सीखना चाहिए रोहित शर्मा से- सौरव गांगुली

Exclusive| विराट कोहली और शिखर धवन को ये खास गुण सीखना चाहिए रोहित शर्मा से- सौरव गांगुली

रोहित शर्मा ने संयम और समझदारी से एक छोर संभाले रखा और 144 गेंदों में 122 रन नाबाद बनाते हुए टीम इंडिया को जीत की दहलीज पार कराकर ही दम लिया।

रोहित शर्मा, विराट कोहली, सौरव गांगुली - India TV Hindi Image Source : GETTY IMAGE रोहित शर्मा, विराट कोहली, सौरव गांगुली 

इंग्लैंड एंड वेल्स में 30 मई से खेले जा रहे क्रिकेट के महासंग्राम में भारतीय रणबाकुरों ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ विजयी शंखनाद किया। जिसमें जीत के विजयी योद्धा बने टीम इंडिया के उपकप्तान व हिटमैन के नाम से जाने वाले रोहित शर्मा। इन्होने साउथ अफ़्रीकी तेज गेंदबाजो के आक्रमण की जमकर परीक्षा ली। एक समय बीच मझदार में फंसी टीम इंडिया की नैया को इस बल्लेबाज ने अकेले पार लगा दिया। जिसके चलते क्रिकेट पंडित से लेकर दिग्गज तक सभी उपकप्तान रोहित शर्मा की शतकीय व मैच जीताऊ पारी की प्रशंसा कर रहे हैं। जिस कड़ी में इंडिया टी. वी. के स्पोर्ट्स शो 'क्रिकेट की बात' में भारतीय टीम के पूर्व उपकप्तान सौरव गांगुली ने रोहित शर्मा की पारी में उस ख़ास बात का खुलासा किया जो अभी भी शिखर धवन और विराट कोहली जैसे बल्लेबाजो का सीखना बाकी है। 

इंग्लैंड के साउथेम्प्टन स्थित द रोज बाउल स्टेडियम में टॉस जीतकर साउथ अफ्रीका ने बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। जिसका फायदा टीम इंडिया के गेंदबाजो ने उठाया और विकेट में स्थित नमी से आते ही जसप्रीत बुमराह ने साउथ अफ्रीका को दो बड़े झटके दिए। जिसके बाद बची हुई कसर युजवेंद्र चहल ने चार और कुलदीप यादव ने एक विकेट ले कर पूरी कर दी। इस तरह पहली पारी में साउथ अफ्रीका 227 रन बनाकर आलआउट हो गई। 

जवाब में 228 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की भी शुरुआत अच्छी नहीं रही और शिखर धवन 8 रन बनाकर कगिसो रबाडा का शिकार बने। इसके बाद रोहित शर्मा ने संयम और समझदारी से एक छोर संभाले रखा और 144 गेंदों में 122 रन नाबाद बनाते हुए टीम इंडिया को जीत की दहलीज पार कराकर ही दम लिया। 

रोहित का दिखा बदला रंग 

ऐसा पहली बार देखा गया जब रोहित शर्मा ने अर्धशतक के बाद शतक तक इतनी समझदारी से बल्लेबजी की हो। वरना अक्सर उनका स्ट्राइक रेट अर्धशतक से शतक के बीच दुगना पाया जाता है। इस तरह रोहित के बदले हुए रंग के बारे में  टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा, " रोहित की अगर तेज गेंदबाजो के खिलाफ रणनीति देखेंगे तो उन्होंने सभी गेंदबाजो को बैकफुट में खेला है। फ्रंट फुट में किसी भी तेज गेंदबाज के खिलाफ कोई जोखिम नहीं लिया। 227 कम रन नहीं थे बस वो स्पिनर के चक्कर में हारे हैं। रोहित शर्मा ने तेज गेंदबाजो को परिपक्व बल्लेबाज के रूप में खेला। इतना ही नहीं विराट और शिखर ने जो गलती ऑफ स्टंप की गेंद को छेड़ कर किया। उस गलती को रोहित ने नहीं किया। उन्होंने बेजोड़ रक्षात्मक तरीका दिखाया। जिससे शानदार शतक जमाया।"

इस शतक से मिलेगा टीम को आत्मविश्वास 

टीम इंडिया में पिछले तीन या चार साल से टॉप आर्डर के तीन बल्लेबाजों ( शिखर धवन, रोहित शर्मा और विराट कोहली ) में से हमेशा कोई एक न एक बल्लेबाज जब चलता है तो उसका जीत प्रतिशत लगभग 80% से उपर का रहता है। ऐसे में पूर्व कप्तान सौरव गांगुली उर्फ़ दादा का मानना है कि जब भी बड़े टूर्नामेंट के पहले मैच में अगर कोई बल्लेबाज शतक मार देता है तो टीम के बल्लेबाजों का आत्मविश्वास बढ़ जाता है और उन्हें एक अच्छा सन्देश भी जाता है। 

दादा ने कहा, "जब कोई टॉप आर्डर का बल्लेबाज शतक बनता हो तो एक सन्देश जाता है की जब ये शतक बना सकता है तो हम भी शतक बना सकते है।  इस शतक से शिखर और विराट कोहली को एक बड़ा सन्देश जायेगा। इस तरह साथियों को सन्देश जायेगा की अगर आप भी पूरी लगन से खेलेंगे तो भारत के लिए शतक बनाएंगे। आपके टॉप 4 या 5 बल्लेबाज अगर शतक लगते हैं तो आप सेमीफ़ाइनल तक जरूर जायेंगे."

रोहित ने तोड़ा सौरव गांगुली का रिकॉर्ड 

विश्व कप के पहले मैच में शतक मारने के साथ-साथ टीम इंडिया के हिटमैन रोहित शर्मा ने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया है। गांगुली के नाम वनडे क्रिकेट में 22 शतक है। इस शतक के साथ उन्होंने गांगुली को पीछे कर दिया है। अब रोहित ( 23 शतक ) से आगे विराट कोहली (41 शतक) और सचिन तेंदुलकर (49 शतक) है।

ऐसे में जब दादा यानी गांगुली से उनके रिकॉर्ड को रोहित शर्मा के द्वारा तोड़ने के बारे में पुचा गया तो उन्होंने कहा, " रोहित के लिए दिन काफी खास था उन्होंने दो शानदार कैच पकडे। इसके अलावा भारत को अंत तक जीता कर लाए। जो कि सबसे ज्यादा जरूरी है। गेंदबाजो ने अच्छी गेंदबाजी और बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी करी। इस चेस में एक रणनीति थी की तेज गेंदबाजो को समभल कर खेलना है फिर स्पिनर पर हमला करना है तो पूरी तरह से दमदार प्रदर्शन रहा। रोहित ने एक प्लानिंग के तहत बल्लेबाजी कि जिसे देखकर अच्छा लगा।" 

के. एल. राहुल के लिए करियर का अनमोल पल 

अंत में चलते-चलते जब दादा से पिछले एक अरसे से टीम इंडिया के लिए सरदर्द बने वनडे क्रिकेट में नम्बर चार को लेकर के. एल राहुल कितने फिट हैं। इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "अभी शुरुआत है। के एल राहुल को ज्यादा समय नहीं हुआ है। 26 रन बनाकर आउट हुए। उन्होने साझेदारी भी की है। अभी जज नहीं कर सकते हैं। रहाणे हैम्पशायर के लिए खेल रहे हैं और आज मैंने उनको देखा यहाँ पर तो राहुल के लिए करियर में काफी अहम मौका है। अगर उन्होंने इसे नहीं भुनाया तो पीछे ऋषभ पन्त जैसे और भी युवा बल्लेबाज इंतज़ार कर रहे हैं। तो राहुल के लिहाज से करियर का काफी महत्वपूर्ण पल है।"

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