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Hindi News खेल क्रिकेट Exclusive | भारत के पास टेस्ट सीरीज जीतने का सुनहरा मौका, कोहली की होगी अग्निपरीक्षा: सौरव गांगुली

Exclusive | भारत के पास टेस्ट सीरीज जीतने का सुनहरा मौका, कोहली की होगी अग्निपरीक्षा: सौरव गांगुली

सौरव गांगुली ने इंडिया टीवी से कहा कि इंग्लैंड में विराट कोहली की बतौर कप्तान और खिलाड़ी कड़ी परीक्षा होगी।

<p>भारतीय टीम </p>- India TV Hindi भारतीय टीम 

भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड दौरे पर है जहां टीम को 3 मैचों टी20, इतने ही मैचों की वनडे और फिर 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। भारतीय टीम जब भी इंग्लैंड दौरे पर जाती है तो हर किसी को बेहद रोमांचक क्रिकेट देखने को मिलती है। मैदान के अंदर तो पारा गर्म रहता ही है इसके अलावा मैदान के बाहर भी ऐसा कुछ होता रहता है जो टीवी और अखबारों की सुर्खियां बन जाता है। इंग्लैंड दौरे की बात हो और सौरव गांगुली के नाम का जिक्र ना हो। ऐसा तो ही नहीं सकता। गांगुली की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड में इतिहास रचा था जिसके बाद गांगुली ने लॉर्ड्स की बालकनी से अपनी जर्सी उतारकर किसी फुटबॉल खिलाड़ी की तरह लहराई थी। अब टीम इंडिया फिर से इंग्लैंड दौरे पर है और गांगुली भी तैयार हैं! जरा ठहरिए। वो इस बार बतौर खिलाड़ी नहीं बल्कि बतौर क्रिकेट एक्सपर्ट अपना जलवा दिखाएंगे। सौरव गांगुली ने इंडिया टीवी के शो 'क्रिकेट की बात' में बतौर क्रिकेट एक्सपर्ट कई बातों का जिक्र किया। आइए आपको बताते हैं कि इंडिया टीवी के शो में गांगुली ने क्या कुछ कहा।

इंग्लैंड रही है खास जगह, सुनहरी हैं यादें

इंडिया टीवी के शो 'क्रिकेट की बात' में सौरव गांगुली ने इंग्लैंड में अपने डेब्यू को याद किया। गांगुली ने कहा, 'टेस्ट क्रिकेट में मेरी शुरुआत इंग्लैंड में ही हुई थी। साल 1996 में मैंने लॉर्ड्स में शतक लगाया था और मैंने दूसरा टेस्ट मैच ट्रेंट ब्रिज में खेला था जहां मैंने फिर से शतक लगाया था। इसलिए इंग्लैंड मेरे लिए खास जगह रही है। इसके बाद मैं साल 2002 में फिर से वहां गया था। इस बार मैं टीम का कप्तान था और हमने नेटवेस्ट ट्रॉफी जीती थी। साल 2007 में हम फिर वहां गए और 25 साल में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाबी हासिल की। मेरे दिल में इंग्लैंड से जुड़ी कई सुनहरी यादें हैं।'

टी20 सीरीज में भारत के लिए मुश्किल रहेगा सफर 

भारत को इंग्लैंड में पहले टी20 सीरीज खेलनी है। इस पर गांगुली ने कहा, 'विदेशों में द्विपक्षीय टी20 सीरीज में भारत का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। लेकिन मेरा मानना है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत के बाद टीम का आत्मविश्वास जरूर बढ़ा होगा। हालांकि इंग्लैंड टी20 क्रिकेट में बेहद मजबूत टीम है और ऐसे में भारत के लिए ये सीरीज बिल्कुल भी आसान नहीं रहने वाली। भारत को शानदार खेल दिखाना होगा। दक्षिण अफ्रीका में टीम इंडिया ने जीत हासिल की है और इससे टीम का विश्वास जरूर बढ़ा होगा। हालात और खिलाड़ियों का प्रदर्शन बहुत मायने रखेंगे। मुझे लगता है कि इंग्लैंड के हालात के अनुसार जिस तरह से उनकी टीम है उससे मेजबानों का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। लेकिन अगर विराट कोहली, एम एस धोनी और शिखर धवन इसी तरह खेलते रहे तो फिर भारत इंग्लैंड को हरा सकता है।' 

भारत के युवा स्पिन गेंदबाज वॉशिंगटन सुंदर अभी भी चोट से उबर रहे हैं। लेकिन गांगुली का मानना है कि ये खिलाड़ी इंग्लैंड के खिलाफ अपना प्रभाव छोड़ सकता है क्योंकि इंग्लैंड की टीम में कई सारे बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और ऐसे में ऑफ स्पिनर प्रभावशाली साबित हो सकता है। जब गांगुली से पूछा गया कि इंग्लैंड के खिलाफ टी20 मैचों में भारत की सबसे अच्छी प्लेइंग इलेवन क्या हो सकती है। तो इस पर गांगुली ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों के खिलाफ स्पिन फॉर्मूले का सुझाव दिया।

गांगुली ने कहा, 'भारत के पास तीन स्पिन गेंदबाज हैं। एक ऑफ स्पिनर (वॉशिंगटन सुंदर), एक बाएं हाथ का रिस्ट स्पिनर (कुलदीप यादव) और एक लेग स्पिनर (युजवेंद्र चहल)। ओल्ड ट्रैफर्ड की विकेट स्पिन गेंदबाजों को मदद देती है तो इससे भारत के पास एक मौका होगा। लेकिन अगर मैं इंग्लैंड का कप्तान होता, तो मैं पिच पर थोड़ी घास छोड़ देता। भारत के तीनों स्पिनर मैच जिता सकते हैं। कुलदीप और चहल गेंदबाजी की शुरुआत कर सकते हैं क्योंकि इंग्लैंड के बल्लेबाज रिस्ट स्पिन गेंदबाजों को ज्यादा अच्छे से नहीं खेलते। लेकिन अगर मैं इंग्लैंड का बल्लेबाज होता तो मैं उन्हें टिकने नहीं देता और शुरू से ही उनके खिलाफ आक्रामक रणनीति अपनाता।'

गांगुली ने आगे कहा, 'रोहित, धवन, विराट, धोनी और हार्दिक की जगह पक्की है। दिनेश कार्तिक ने श्रीलंका में बेहतरीन पारी खेली थी। मेरा मानना है कि बैटिंग ऑर्डर में कार्तिक को चौथे नंबर पर खिलाया जाना चाहिए। वहीं, धोनी को पांचवें और इसके बाद पंड्या को बल्लेबाजी में उतारा जाना चाहिए। पंड्या के बाद सारे गेंदबाज होंगे।

के एल राहुल इस समय बेहतरीन फॉर्म में हैं और इसके बावजूद उन्हें टीम इंडिया में जगह नहीं मिल पा रही है। ऐसे में गांगुली ने कहा, 'के एल राहुल के साथ समस्या ये है कि वो ऊपरी क्रम के बल्लेबाज हैं। राहुल तीसरे नंबर पर खेल सकते हैं और कोहली नंबर 4 पर बल्लेबाजी कर सकते हैं। मुझे ये भी सही लगता है। लेकिन मेरा मानना है कि आप सुरेश रैना को भी बाहर नहीं कर सकते क्योंकि वो बेहतरीन फील्डर हैं। ये सिरदर्दी भारतीय टीम के लिए अच्छी है।'

क्या भारत टी20 सीरीज जीत सकता है?

इस सवाल के जवाब में गांगुली ने कहा, 'मौजूदा फॉर्म को देखते हुए इंग्लैंड सीरीज जीतने का ज्यादा बड़ा दावेदार है। लेकिन हमें इस भारतीय टीम को हल्के में लेकर नहीं चलना होगा। सीरीज को लेकर कुछ भी कहना बेहद मुश्किल है। ये छोटी सीरीज है और ऐसे में अच्छी शुरुआत मिलना बेहद जरूरी है। भारत के लिए एक नई शुरुआत है। साल 2011 और साल 2014 को आप भूल जाइए।'

वनडे सीरीज में दोनों का पलड़ा बराबर

टी20 सीरीज के बाद भारतीय टीम को इंग्लैंड में 3 मैचों की वनडे सीरीज खेलनी है। वनडे सीरीज के लिए गांगुली ने माना कि दोनों टीमों के पास सीरीज जीतने के 50-50 फीसदी चांस हैं। गांगुली ने कहा, 'इंग्लैंड की टीम ने ऑस्ट्रेलिया का 5-0 से सूपड़ा साफ किया है। इंग्लैंड की ये टीम बेहद खतरनाक है। बेन स्टोक्स इंग्लैंड की टीम को गजब की मजबूती देते हैं। जो रूट इस टीम के लिए फेवीकोल की तरह हैं वो पूरी टीम को समेटे रहते हैं। वहीं चाहे जॉनी बेयरस्टो हों, जेसन रॉय हों, ऑयन मॉर्गन हों या फिर एलेक्स हेल्स हों। ये सारे ही खिलाड़ी आपके जबड़े से मैच छीनने का माद्दा रखते हैं।'  

भारत को इससे फायदा हो सकता है कि सारे गेंदबाज गेंद को अंदर लाने में सक्षम हैं। वहीं, शिखर धवन इन हालातों में कैसी बल्लेबाजी करते हैं ये देखना दिलचस्प होगा। गांगुली का ये भी मानना है कि पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी होगी जो भारतीय बल्लेबाजों को मदद कर सकती है।

अजिंक्य रहाणे को मिलनी चाहिए टीम में जगह

आईपीएल 2018 में खराब बल्लेबाजी के कारण वनडे टीम से बाहर होने वाले अजिंक्य रहाणे का गांगुली ने समर्थन किया है। गांगुली ने कहा, 'मुझे नहीं पता उन्होंने रहाणे को टीम से बाहर कैसे निकाला। रहाणे को उन्हें निश्चित रूप से टीम में जगह देनी चाहिए थी। रहाणे वनडे में बिल्कुल द्रविड़ जैसे खिलाड़ी हैं। द्रविड़ वनडे में इसलिए सफल हो पाए क्योंकि मैनेजमेंट ने हमेशा उनका साथ दिया। टीम से बाहर करना रहाणे के आत्मविश्वास के लिए कहीं से भी सही नहीं है। कप्तान विराट कोहली को ध्यान रखना चाहिए कि राहुल और रहाणे जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को बाहर ना किया जाए। 

यो-यो टेस्ट टीम के लिए अच्छा है

इन दिनों भारतीय क्रिकेट में यो-यो टेस्ट को लेकर बहस चल रही है। लेकिन गांगुली ने यो-यो टेस्ट का समर्थन किया है और कहा, 'यो-यो टेस्ट अच्छा है। इससे भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस पूरी तरह से बदल गई है। मेरा मानना है कि ये बहुत अच्छा है।'

एम एस धोनी टीम के अहम खिलाड़ी

सौरव गांगुली ने एम एस धोनी को टीम का अहम खिलाड़ी करार देते हुए कहा, 'धोनी की प्रतिभा समय के साथ-साथ निखरती जा रही है। उन्हें ऊपरी क्रम में खेलना चाहिए। धोनी इस टीम के सबसे अहम खिलाड़ी हैं। ये देखकर अच्छा लगता है कि कोहली और रवि शास्त्री धोनी का समर्थन करते हैं। धोनी को फैसले लेने वाली टीम का हिस्सा भी होना चाहिए।'

हार्दिक पंड्या में प्रतिभा है लेकिन स्वभाव में बदलाव लाना होगा

गांगुली ने हार्दिक पंड्या को टीम के लिए बेहतरीन ऑलराउंडर करार दिया। गांगुली ने कहा, 'पंड्या को टीम के लिए खेलने की जरूरत है। पंड्या में प्रतिभा तो है लेकिन उनका मिजाज अच्छा नहीं है। उन्हें दिमाग से काम लेने की जरूरत है। इस स्तर पर उन्हें कम शॉट खेलने पर ध्यान देना चाहिए। अगर वो कुछ शॉट लगाते हैं तो इसके बाद कोशिश करनी चाहिए कि वो गेंद को गैप में खेलें। अगर उन्हें लगातार अच्छा करना है तो उन्हें अपने स्वभाव में बदलाव लाना होगा। उन्हें जो भी रोल दिया गया है उसे अच्छे से निभाना चाहिए।'

मौजूदा भारतीय टीम में टेस्ट सीरीज जीतने का दम

भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि भारत की मौजूदा टीम में दम है कि वो इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज सके। गांगुली ने कहा, 'मैं जब भी विराट कोहली को टीम की कमान संभालते देखता हूं तो मुझे हमेशा लगता है कि इस टीम में इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतने की प्रतिभा और काबिलियत है। हालांकि टीम साल 2011 और 2014 में इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी थी। लेकिन इस बार टीम के पास टेस्ट सीरीज जीतने का सुनहरा मौका है।

गांगुली का मानना है, 'जब आप एक खिलाड़ी की तुलना दूसरे से करते हैं और जब आप मौजूदा टीम इंडिया की गेंदबाजी की तरफ देखते हैं तो लगता है कि इस गेंदबाजी लाइन अप में 20 विकेट लेने का दम है। मेरे लिए ये जरूरी है कि भारतीय बल्लेबाज स्कोर बोर्ड में कितने रन टांगते हैं। जब मैं कप्तान हुआ करता था तो अनिल कुंबले मुझसे कहते थे कि आप मुझे 500 रन दो और मैं आपको मैच जिताकर दिखाऊंगा। विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, मुरली विजय और बाकी खिलाड़ियों को इस पर सोचना होगा और कम से कम 45-500 रन बनाने होंगे। मेरा मानना है कि इंग्लैंड में गर्मी पड़ रही होगी और ऐसे में बल्लेबाजों को मदद मिल सकती है। तो अगर भारतीय टीम बोर्ड पर 450-500 रन टांग पाती है तो फिर मैच भी जीत सकती है।

गांगुली का ये भी मानना है कि टेस्ट सीरीज विराट कोहली के लिए बतौर कप्तान और खिलाड़ी कड़ी परीक्षा रहेगी। लेकिन गांगुली ने ये भी उम्मीद जताई कि इस बार कोहली इंग्लैंड में अपनी छाप छोड़ने में जरूर कामयाब रहेंगे। गांगुली ने कहा, 'पिछली बार वो रन नहीं बना सके थे तो ऐसे में इस बार उनके अंदर अच्छा करने की भूख होगी। 2014 के कोहली और 2018 के कोहली में बहुत ज्यादा अंतर है। मेरा मानना है कि वो इस बार रन जरूर बनाएंगे। कोहली का फुटवर्क और बल्ला घुमाने की टाइमिंग में सुधार आया है। शुरुआत में उन्हें ध्यान देने की जरूरत होगी और ऑफ स्टंप्स के बाहर जाती गेंदों को संभलकर खेलना होगा। इंग्लैंड के गेंदबाज कोहली को निशाना बनाएंगे और कोहली अच्छा करने की कोशिश करेंगे। कोहली की जिंदगी का एक पन्ना अभी खाली है और मेरा मानना है कि इस बार वो इंग्लैंड में भर जाएगा। कोहली के लिए ये एक मौका है और उन्हें इसे दोनों हाथों से भुनाना होगा।

टेस्ट सीरीज की प्लेइंग इलेवन में दादा ने राहुल और कुलदीप यादव को खिलाने पर जोर दिया। गांगुली ने कहा, 'मेरा मानना है कि टेस्ट क्रिेकेट में के एल राहुल और मुरली विजय को ओपन करना चाहिए। पुजारा को तीसरे, कोहली को चौथे, रहाणे को पांचवें, साहा को छठे और पंड्या को सातवें नंबर पर खेलना चाहिए। पंड्या को इस टीम के लिए बेहद मजबूत बनना होगा। बुमराह, भुवनेश्वर, उमेश यादव, पंड्या और अश्विन। लेकिन मैं अश्विन से ऊपर कुलदीप यादव को रखना चाहूंगा। कुलदीप बल्लेबाजों के दिमाग से ज्यादा अच्छे से खेलते हैं। 

सौरव गांगुली ने स्लेजिंग का किया समर्थन

सौरव गांगुली ने स्लेजिंग का समर्थन करते हुए कहा कि स्लेजिंग और आक्रामकता क्रिकेट में होनी चाहिए। मुझे हाय-हैलो टाइप की क्रिकेट पसंद नहीं है।

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