Exclusive| टी20 विश्वकप में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह बरपा सकते हैं कहर - इरफ़ान पठान
इरफ़ान पठन ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर गेंदबाज कैसे सफलता पा सकते हैं व उन्हें एशियाई पिचों से अलग डाउन अंडर में किस तरह की लेंथ पर गेंदबाजी करनी होगी।
टीम इंडिया साल 2020 में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्वकप की तैयारियों में जुटी हुई है। जिससे पहले कप्तान विराट कोहली की टीम इस साल के अपने सबसे अहम न्यूजीलैंड दौरे के लिए ऑकलैंड पहुँच चुकी हैं। जहां उसे 5 टी20, 3 वनडे और 2 टेस्ट मैच खेले जाने हैं। इस तरह डाउन अंडर ( यानी ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ) में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज को विश्वकप की तैयारियों के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है। जिसमें बल्लेबाजों से लेकर गेंदबाजों तक की अग्निपरीक्षा न्यूजीलैंड की तेज पिचों पर होगी। इसी बीच इंडिया टी. वी. से ख़ास बातचीत पर हाल ही में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से अलविदा कहने वाले इरफ़ान पठन ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर गेंदबाज कैसे सफलता पा सकते हैं व उन्हें एशियाई पिचों से अलग डाउन अंडर में किस तरह की लेंथ पर गेंदबाजी करनी होगी।
अपने करियर की शुरुआत साल 2003 में ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं से करने वाले इरफ़ान पठान ने विश्वकप के दौरान ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर किस लेंथ में गेंदबाजी की जाए। इसके बारे में बताते हुए कहा, "भारत और ऑस्ट्रेलिया की पिच में बड़ा अंतर है। जिस लेंथ में हम यहाँ गेंदबाजी करते हैं उस लेंथ पर ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाज आराम से कट और पुल लगा सकते हैं। इसलिए लेंथ को थोडा एडजस्ट करना जरूरी होगा। मेरे ख्याल से लेंथ को थोडा आगे रखना होगा। स्विंग अगर करा सकते हैं पिच के हिसाब से से आपको विथ भी मिलेगी। "
इतना ही नहीं इरफ़ान ने आगे टीम इंडिया के गेंदबाजों में जसप्रीत बुमराह को ऑस्ट्रेलिया में सबसे खतरनाक गेंदबाज बताया। इरफ़ान ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया के लिए अगर आप स्विंग के साथ तेज गति से गेंद डालते हैं तो आपको कोई नहीं रोक सकता है। ये सोने पर सुहागा है। मगर टीम इंडिया के लिहाज से मुझे लगता है कि जसप्रीत बुमराह टी20 वर्ल्ड कप में धमाल मचाने वाले हैं।"
वहीं इरफ़ान ने विश्व क्रिकेट में भारतीय गेंदबाजों के अलावा ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी की भी तारीफ़ की। इरफ़ान ने कहा, "भारतीय गेंदबाजों के अलावा ऑस्ट्रेलिया के स्टार्क और कमिंस भी घातक हैं जो 20 ओवर में 8 ओवेर ऐसे डालेंगे जो कुछ करने नहीं देंगे। तो ये भी टॉप क्वालिटी गेंदबाजी साइड है।"
टीम इंडिया ने साल 2007 में आईसीसी द्वारा आयोजित कराया गया पहला टी20 विश्वकप महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में अपने नाम किया था। जिस टीम में इरफ़ान पठान भी शामिल थे। उन्हें इस विश्वकप के फ़ाइनल मैच में गेंद और बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन करने के कारण 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया था। इस तरह टी20 क्रिकेट में निचले मध्यक्रम में विस्फोटक ऑलराउंडर की उपयोगिता के बारे में इरफ़ान ने टीम इंडिया के हार्दिक और शिवम् दुबे के बारे में कहा, "ये दोनों टीम के लिए बहुत जरुरी हैं। हार्दिक पांड्या और शिवम् दुबे में काबिलियत हैं कि ये लोग विपरीत स्थिति में भी मैच पलट सकते हैं बल्कि तेजी से मैच खत्म भी कर सकते हैं। टी20 में फिनिशर बहुत जरुरी है। मेरे लिहाज से हार्दिक, शिवम् और अहर ऋषभ पंत तीनो अच्छा फिनिश करते हैं तो सबसे मजबूत लोअर मिडिल आर्डर बल्लेबाजी क्रम हो जाएगा।"
क्रिकेट के सबसे छोटे फोर्मेट में गेंदबाज अपनी चालाकी से भी कई बार बल्लेबाजों को चकमा देकर विकेट निकालते हैं। ऐसे में जिस गेंदबाज के पास ज्यादा मिश्रण ( यानी वैरिएशन ) होता हैं। उसे इस फोर्मेट में कामयाब गेंदबाज माना जाता है। इस तरह इरफ़ान ने अंत में गेंदबाजी में वैरिएशन की भूमिका को बताते हुए कहा, " टी20 में वैरिएशन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें बल्लेबाज बड़े-बड़े शॉट खेलते हैं तो उनकी एक लय बन जाती है। बल्लेबाज अपने ज़ोन में जा चुका होता है। इसलिए बल्लेबाज को भ्रमित करने के लिए आपके पास ऐसा हथियार होना चाहिए जो बीच में चकमा दे सके। मेरे लिहाजा से वैरिएशन नहीं बल्कि डिसेप्टिव वैरिएशन ( भ्रमित करने वाली गेंद ) होना चाहिए। जो बल्लेबाज को चकमा खाने पर मजबूर कर दे। इसका होना गेंदबाजी में बहुत जरुरी है।"
बता दें की टीम इंडिया का इस साल असली मिशन अक्टूबर माह में ऑस्ट्रेलिया में खेले जाने वाला टी20 विश्वकप है। जिसकी तैयारी कोहली एंड कंपनी पिछले साल से करती आ रही है। कप्तान विराट कोहली अपनी कप्तानी में अभी तक एक भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीते है। ऐसे में वो इस बार ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आईसीसी टी20 विश्वकप के ख़िताब को जरूर हासिल करना चाहेंगे। हालांकि उससे पहले विराट कोहली को आगामी न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में जीत हासिल कर बुलंद इरादे साबित करने होंगे।