Exclusive | सहवाग ने कहा- भारत जीतेगा टेस्ट सीरीज, तो वहीं गांगुली बोले- कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी
भारत और इंग्लैंड के बीच टी20, वनडे सीरीज के बाद 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी।
भारत और इंग्लैंड के बीच 3 मैचों की टी20 और वनडे सीरीज के बात 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जानी है। इस सीरीज भारतीय टीम के लिए बेहद अहम रहेगी। क्योंकि इस सीरीज में विराट कोहली के साथ-साथ टीम इंडिया की कड़ी परीक्षा होगी। भारतीय टीम को पिछली बार इंग्लैंड दौरे पर बुरी तरह हार झेलनी पड़ी थी और में टीम इंडिया का इरादा इस बार पलटवार करने का होगा। इंडिया टीवी के साथ खास बातचीत में वीरेंद्र सहवाग और सौरव गांगुली ने कई मुद्दों पर चर्चा की। आइए आपको बताते हैं कि गांगुली और सहवाग ने भारत के इंग्लैंड दौरे पर क्या कुछ कहा।
वीरेंद्र सहवाग- 5 मैचों की टेस्ट सीरीज भारत के लिए चुनौती
इंडिया टीवी से वीरेंद्र सहवाग ने कहा, 'मैं कभी 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का हिस्सा नहीं रहा। दादा (सौरव गांगुली) रहे होंगे। 4 मेरे लिए काफी थीं। 5 मैचों की सीरीज से खिलाड़ियों की फिटनेस का टेस्ट होता है। बतौर गेंदबाज अगर आप मैचों की सीरीज खेल रहे हैं तो ये एक बड़ी चुनौती है। भारतीय टीम के लिए 5 मचों की टेस्ट सीरीज अग्निपरीक्षा रहेगी। इसके अगर आप सीरीज में 0-2 से पिछड़ रहे होंते हैं तो इसमें आपके पास वापसी का भी मौका होता है और वापसी के लिए आपके पास 3 मैच होते हैं।'
सौरव गांगुली- फॉर्म में होने वाले खिलाड़ियों को जगह मिलनी चाहिए
सौरव गांगुली ने कहा, 'टेस्ट सीरीज से पहले भारत को सीमित ओवरों की सीरीज खेलनी है। मेरा मानना है कि जो खिलाड़ी फॉर्म में हो और अच्छा खेले उसे टीम में जगह दी जानी चाहिए। आप हाल ही में इंग्लैंड से बुरी तरह हारने वाली ऑस्ट्रेलिया टीम को देख लो। उनके पास मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड, पैट कमिंस जैसे गेंदबाज थे। लेकिन उन्होंने वनडे सीरीज में उन्हों नहीं खिलाया और नतीजा सबके सामने है। ग्लेन मैक्ग्रा दोनों फॉर्मेट खेलते थे। वसीम अकरम और शॉन पोलक भी दोनों फॉर्मेट खेलते थे। ये जो नया चलन चल गया है कि तीनों फॉर्मेट के खिलाड़ी अलग होंगे, मैं इससे सहमत नहीं हूं। आप बड़ी सीरीज खेल रहे हैं और जो खिलाड़ी फॉर्म में है उसे मौका देना चाहिए। मेरा मानना है कि 5 टेस्ट ज्यादा हैं और बतौर गेंदबाज ये काफी थकाने जैसा है। लेकिन आपको इस मानसिकता के साथ नहीं उतरना चाहिए 2-3 मैच के बाद इसे रेस्ट दूंगा।'
सहवाग- मैं गांगुली की बात से सहमत हूं
सहवाग ने कहा, 'मैं गांगुली के बयान से सहमत हूं। अगर खिलाड़ी अच्छी फॉर्म में है तो उसे खेलना चाहिए। गांगुली ने ऐसा कई बार किया है। उन्होंने गेंदबाजों को दर्द के दौरान भी मैदान पर उतारा है। कप्तान यही चाहता है कि उसका बेस्ट खिलाड़ी ही मैदान में उतरे। रोटेशन पॉलिसी अच्छी है, अगर खिलाड़ी अच्छा नहीं खेल रहा तो उसे बदला जा सकता है।
गांगुली ने दिया हल्के बल्ले का सुझाव
गांगुली ने हल्के बल्ले का सुझाव देते हुए कहा, 'जब भी आप भारतीय उपमहाद्वीप से बाहर जाते हैं तो आपको ऐसी पिच मिलती हैं जिनमें उछाल होता है। इस कारण आपको बैकफुट पर खेलना होता है। छोटी गेंदों पर आपको पुल या फिर कट शॉट खेलना पड़ता है। हमारे समय में बहुत कम खिलाड़ी अच्छा पुल खेल पाते ते। कोहली, धवन और रहाणे ने अनुभव से सीखा है। यहां तक कि सहवाग भी अच्छा पुल नहीं पाते थे। तेंदुलकर, लक्ष्मण और द्रविड़ ही कभी-कभार अच्छा पुल लगा पाते थे। जब गेंद आपकी तरफ 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आती है तो आप हल्के बल्ले से ही खेलना पसंद करते हैं। लेकिन तेंदुलकर ने कभी अपना बल्ला नहीं बदला। उन्होंने भारी बल्ले से ही ढेर सारे रन बनाए। लेकिन अगर आपको शॉट खेलने हैं तो फिर आपको हल्के बल्ले का इस्तेमाल ही करना चाहिए।'
बल्ले के वजन पर सहवाग ने दिया ये सुझाव
बल्ले के वजन पर वीरेंद्र सहवाग ने कहा, 'जब मैं भारत में खेलता था तो मैं भारी बल्ले का इस्तेमाल करता था। विदेशों में खेलने के दौरान मेरे बल्ले का बीच का हिस्सा भारी रहता था। हम बल्ले बनाने वाले को बताते थे कि बल्ले का बीच हिस्सा भारी रखना। इससे मैं इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में आसानी से गेंदों को चार रनों के लिए भेज पाता था।'
सहवाग- शिखर धवन, मुरली विजय करें ओपनिंग
ओपनिंग के सवाल पर सहवाग ने कहा, 'मुरली विजय और शिखर धवन को ओपनिंग करनी चाहिए। दोनों एक साथ अच्छा खेल रहे हैं। ये हर खिलाड़ी के साथ होना चाहिए कि आप एक बचाने के लिए एक को टीम से बाहर कर रहे हो। हो सकता है कि दादा (सौरव गांगुली) मुझसे सहमत ना हों क्योंकि वो फॉर्म में रहने वाले खिलाड़ियों के समर्थक हैं।'
गांगुली- मुरली विजय और के एल राहुल करें ओपनिंग
गांगुली सहवाग की बात से सहमत नजर आए और कहा, 'देखिए, कोहली ने दुनिया के हर कोने में रन बनाए हैं। लेकिन धवन ने भारतीय उप महाद्वीप के अलावा विदेशों में ना तो शतक लगाया है और ना ही ज्यादा रन बनाए हैं। यही कारण है कि वो 1-2 मैचों के बाद टीम से बाहर कर दिए जाते हैं। लेकिन अगर आप के एल राहुल को देखें तो उन्होंने वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया में शतक लगाया है। भले ही वो टीम से अंदर-बाहर होते रहते हैं लेकिन मेरा मानना है कि राहुल और मुरली विजय को ही ओपनिंग करनी चाहिए।'
सहवाग- अश्विन और एक रिस्ट स्पिनर के साथ उतरना चाहिए
टेस्ट सीरीज में स्पिन गेंदबाज काफी असर डाल सकते हैं और ऐसे में सहवाग ने कहा, 'मेरा मानना है कि अश्विन और एक कोई रिस्ट स्पिनर, फिर चाहे वो युजवेंद्र चहल हों या फिर कुलदीप यादव को टीम में खिलाना चाहिए। अश्विन को यहां जडेजा से ज्यादा अनुभव है। वो बल्लेबाजी भी कर सकते हैं उनके खाते में 4 शतक भी हैं। साथ ही वो 7वें नंबर पर अच्छी बल्लेबाजी करने का दम रखते हैं। अगर आप 5 गेंदबाजों के साथ उतरते हैं तो 3 तेद गेंदबाज और 2 स्पिनर ही हैं। स्पिन में अश्विन को खिलाया जाना चाहिए और उनके साथ चहल या फिर कुलदीप यादव को शामिल किया जा सकता है।'
गांगुली- कप्तान तय करेगा किन दो के साथ मैदान में उतरेंगे
गांगुली ने स्पिन गेंदबाजों के मुद्दे पर कहा, 'अश्विन के टेस्ट में 300 से ज्यादा विकेट हैं। हाल ही में टी20 क्रिकेट में वो कुछ नया करने की कोशिश कर रहे थे। आपको कॉम्पटीशन देना होगा और मेरा मानना है कि कुलदीप के आने से वो कॉम्पटीशन मिलेगा। जिस तरह से उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीमित ओवरों की क्रिकेट में अच्छा प्रदर्सन किया था।'
सहवाग- प्रतिभा मायने रखती है लेकिन फिटनेस भी जरूर
मौजूदा समय में यो-यो टेस्ट का मुद्दा गरमाया हुआ है और इस पर सहवाग ने कहा, 'प्रतिभा काफी मायने रखती है लेकिन फिट रहना भी जरूरी है। अगर आपके पास प्रतिभा है लेकिन आप फिट नहीं हैं तो फिर फिटनेस टेस्ट का मतलब है।'
सहवाग के मुताबिक इंगलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत या तो 3-2 या फिर 3-1 से जीतेगा। वहीं, गांगुली ने कहा, 'ये इतना आसान नहीं होगा। मैं ज्यादा भविष्यवाणी नहीं करता लेकिन अगर टीम इंडिया अच्छा खेलती है तो फिर हमें अच्छी क्रिकेट देखने को मिल सकती है।
क्या विराट कोहली सबसे ज्यादा रन बनाएंगे?
सहवाग- मुझे लगता है कि पुजारा इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बना सकते हैं। वो इंग्लैंड में 2-3 साल से काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं। उन्हें वहां के हालातों का अंदाजा लग चुका है।
गांगुली- मेरा मानना है कि ये सीरीज विराट कोहली के लिए है।
के एल राहुल की जगह पर
गांगुली- मेरा मानना है कि उन्हें पहले टेस्ट में खेलना चाहिए। मुझे नहीं पता कि उन्हें जगह मिलती है या नहीं लेकिन उन्हें पहला टेस्ट जरूर खेलना चाहिए।
टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड का प्रदर्शन कैसा रहेगा
सहवाग- मुझे लगता है कि उनकी गेंदबाजी बहुत अच्छी है। उनके पास एंडरसन और ब्रॉड के रूप में दुनिया के दो सबसे खतरनाक गेंदबाज हैं। अगर ये दोनों विकेट नहीं लेंगे तो उनके पास तीसरा गेंदबाज नहीं है।
गांगुली- जब भारत ने पिछली बार इंग्लैंड का दौरा किया था तो मोईन अली ने सबसे ज्यादा विकेट लिए थे। एंडरसन के साथ मिलकर मोईन ने 4 टेस्ट में करीब 30 विकेट झटके थे। तेज गेंदबाज दबाव बनाते हैं और स्पिनर उसका फायदा उठाते हैं। भारत को इंग्लैंड के गेंदबाजों से सावधान रहना होगा।