ENG vs PAK 1st T20I : मोहम्मद आमिर ने गेंद पर स्लाइवा का इस्तेमाल कर तोड़ा आईसीसी का नियम
कोरोनावायरस के कहर की वजह से आईसीसी ने नए दिशा-निर्देश जारी किए है जिसमें गेंदबाज गेंद की चमक बरकरार रखने के लिए स्लाइवा का इस्तेमाल नहीं कर सकता।
इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच तीन टी20 मैच की सीरीज का पहला मुकाबला मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला जा रहा है। इस मैच में पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने गेंद पर स्लाइवा यानी की लार का इस्तेमाल कर आईसीसी के नियम का उल्लंघन किया है। बता दें, कोरोनावायरस के कहर की वजह से आईसीसी ने नए दिशा-निर्देश जारी किए है जिसमें गेंदबाज गेंद की चमक बरकरार रखने के लिए स्लाइवा का इस्तेमाल नहीं कर सकता।
ये घटना इंग्लैंड के पारी के 6ठें ओवर की है जब आमिर अपना ओवर शुरू करने वाले थे। तब अंपायर ने उनकी इस हरकत को पकड़ा और तुरंत गेंद को साफ किया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
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आईसीसी द्वारा लार पर बैन लगाए जाने के बाद यह दूसरी घटना है। इससे पहले इंग्लैंड टेस्ट टीम के खिलाड़ी डोमिनिक सिबली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में लार का इस्तेमाल किया था।
आईसीसी के नियम अनुसार टीम को पहले दो बार चेतावनी दी जाएगी, अगर वह फिर भी नियमों का उल्लंघन करता पाई जाती है तो उनके खाते से 5 रन काट लिए जाएंगे।
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बता दें, जून में भारतीय पूर्व स्पिनर अनिल कुंबले की अगुवाई वाली आईसीसी मुख्य कार्यकारी समिति (सीईसी) ने गेंद पर लार के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए आईसीसी से नियम में बदलाव लाने की सिफारिश की थी। इस दौरान उन्होंने पसीने के इस्तेमाल को हानिकारक नहीं बताया था।
क्रिकेट समिति के इस फैसले के बाद सवाल उठने लगे थे कि उन्होंने क्यों लार के विकल्प के बारे में नहीं सोचा। लार की जगह किसी ओर चीज का भी तो इस्तेमाल किया जा सकता था। इन सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने इस पर विचार किया था।
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कुंबले इन इस पर जवाब देते हुए कहा था "अगर आप खेल के इतिहास को देखो, मेरे कहने का मतलब है कि हम काफी आलोचनात्मक रहे हैं और बाहरी पदार्थों को खेल में आने से रोकने पर हमारा काफी ध्यान रहा है। अगर आप इसे वैध करने जा रहे हैं, अगर आप अब ऐसा कुछ करने जा रहे हैं जिसका कुछ वर्षों पहले गहरा असर रहा है। दक्षिण अफ्रीका और आस्ट्रेलिया के बीच श्रृंखला के दौरान जो हुआ उस पर आईसीसी ने फैसला किया लेकिन क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने इससे भी कड़ा रुख अपनाया इसलिए हमने इस पर भी विचार किया।’’