अमीरात क्रिकेट बोर्ड ने UAE में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए टी-20 लीग शुरु करने का फ़ैसला किया है जिसकी वजह से न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के साथ UAE में पाकिस्तान की सिरीज़ पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. ग़ौरतलब है कि आतंकी हमलों की वजह से टीमें पाकिस्तान का दौरा नहीं करती और इसीलिए पाकिस्तान अपनी घरेलू सिरीज़ UAE में खेलता है लेकिन अमीरात क्रिकेट बोर्ड के इस फ़ैसले की वजह से पाकिस्तान के लिए समस्या पैदा हो गई है.
अमीरात क्रिकेट बोर्ड के फ़ैसले के अनुसार फ़्रेंचाइज़ी आधारित प्रतियोगिता दिसंबर-जनवरी में आयोजित की जाएगी. मैच दुबई, शरजाह और अबु धाबी में खेले जाएंगे. टी-20 लीग को छह क्रिकेट बोर्ड का समर्थन प्राप्त है और ICC ने भी मंज़ूरी दे दी है.
इस लीग में पांच फ़्रेंचाइज़ी होंगी और कुल 22 मैच खेले जाएंगे. हर टीम में 16 खिलाड़ी होंगे जिनमें 6 अंतरराष्ट्रीय, ICC के पूर्ण सदस्य देशों से दो उभरते खिलाड़ी, एसोसिएट मेंबर से तीन, स्थानीय घरेलू प्रतियोगिता से दो और तीन UAE राष्ट्रीय क्रिकेटर्स होंगे.
पाकिस्तान को इस साल UAE में न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की मेज़बानी करनी है. लेकिन UAE टी-20 लीग के लिए पसंदीदा जगह बन गई है और इसका मतलब होगा कि पाकिस्तान के लिए खेलने के स्टोडियम कम पड़ जाएंगे. पाकिस्तान ने UAE से दिसंबर-जनवरी को ख़ासकर उसके लिए रिज़र्व रखने का आग्रह किया था लेकिन लगता है कि इस पर ध्यान नहीं दिया गया हालंकि ECB ने पाकिस्तान की होम सिरीज़ के लिए दुबई और अबू धाबी में स्टेडियम देने की पेशकश की है. लेकिन दिक़्कत ये है कि उस समय टी-20 प्रतियोगिताएं भी चल रही होंगी.
पाकिस्तान चाहता है कि उसकी घरेलू सिरीज़ के वक़्त कोई टी-20 लीग नहीं होनी चाहिए वरना वो अन्य जगहों के बारे में विचार करेगा. मलेशिया इनमें एक विकल्प है. इस नये घटनाक्रम से PCB और ECB के संबंधों पर असर पड़ सकता है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि ECB से अधिकारिक रुप से सूचना मिलने पर ही वे अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे.
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