आईसीसी मैच रेफरी और भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ का कहना है कि अगर नॉन-स्ट्राइकर एंड का कोई बल्लेबाज गेंदबाज के गेंद छोड़ने से पहले क्रीज से बाहर निकलता है, तो वह खेल की भावना का पालन नहीं कर रहा है और उसे रन आउट होने पर सहानुभूति नहीं बटोरनी चाहिए।
IPL 2019 में एक दिलचस्प घटना उस समय देखने को मिली थी जब भारत के ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने मैच के दौरान नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े जोस बटलर को गेंद छोड़ने से पहले मांकड़िंग रन आउट कर दिया था। श्रीनाथ को ऐसा नहीं लगता कि अगर गेंदबाज इस अंदाज में बल्लेबाज को रन आउट करता है तो वह गलत है।
श्रीनाथ ने अश्विन को अपने यूट्यूब शो 'डीआरएस विद ऐश' पर कहा, "गेंदबाज का ध्यान बल्लेबाज पर केंद्रित होता है। नॉन-स्ट्राइकर छोर पर खड़े बल्लेबाज के लिए गेंद फेंके जाने तक क्रीज पर टिकने में को मुश्किल नहीं होनी चाहिए। यह कोई बड़ी बात नहीं है, क्योंकि वह बल्लेबाजी नहीं कर रहा है और न ही वह कुछ और सोच रहा है।"
IPL 2020 के लिए UAE पहुंचे डुप्लेसिस, एनगिडी और रबाडा
हाल ही में दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने कहा था वह अश्विन को आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में आउट करने के विवादास्पद तरीके ‘मांकडिंग’ को इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देंगे क्योंकि उनका मानना है कि यह तरीका खेल भावना के खिलाफ है। इसके बाद अश्विन ने कहा था कि ‘मांकडिंग’ को लेकर उन्होंने अपने कोच रिकी पोंटिंग से बात की है और वो इस बातचीत का खुलासा जल्द ही करेंगे।
जानिए क्यों जवागल श्रीनाथ ने महेंद्र सिंह धोनी को बताया क्रिकेट का 'योगी'
गौरतलब है कि अश्विन ने पिछले सीजन में राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज जोस बटलर को मांकड तरीके से आउट किया था। अश्विन ने नॉन स्ट्राइकर छोर पर खड़े बटलर की गिल्लियां उड़ा दी थीं और अंपायन ने आउट करार दिया था क्योंकि यह नियमों के खिलाफ नहीं था। लेकिन कई क्रिकेट दिग्गजों ने 'खेल भावना का उल्लंघन करने के लिए' अश्विन की कड़ी आलोचना की थी।
Latest Cricket News