ऋषभ पंत को अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं मानते ऋदिमान सारा
लंबे समय से चोट से जूझने के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करने वाले भारतीय टेस्ट टीम के विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने कहा है कि वह युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत को अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं मानते। उन्होंने साथ ही कहा है कि वह पंत की सफलता से काफी खुश हैं।
कोलकाता। लंबे समय से चोट से जूझने के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करने वाले भारतीय टेस्ट टीम के विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने कहा है कि वह युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत को अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं मानते। उन्होंने साथ ही कहा है कि वह पंत की सफलता से काफी खुश हैं।
साहा ने आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में कहा,"मैं उन्हें (पंत) अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं मानता हूं। मैंने बचपन से ही कभी भी किसी को अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं माना है। ऐसा नहीं है कि मुझे उनसे बेहतर होना होगा या मुझे उनके रहने से मौका नहीं मिल रहा। मेरा काम अपनी क्षमता के मुताबिक खेलना है और लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहना है। मैंने हमेशा यही किया है और मैं अपने मौके का इंतजार कर रहा हूं।"
साहा ने 21 साल के युवा पंत की तारीफ भी की है और कहा है कि पंत ने अपने आप को साबित किया है। उन्होंने कहा, "वह शानदार खिलाड़ी हैं। उनमें बेहतरीन प्रतिभा है और वह लगातार अच्छा कर रहे हैं। अगर वह अच्छे खिलाड़ी नहीं होते और आईपीएल में रन नहीं कर रहे होते तो वह यहां तक नहीं आते।"
साहा को बीते साल 25 मई को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान सनराइजर्स हैदराबाद से खेलते हुए अंगूठे में चोट लग गई थी जिसके कारण वह अफगानिस्तान के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच से बाहर हो गए थे।
इसके बाद साहा के कंधे में भी चोट आई थी और जिसकी सर्जरी उन्होंने मैनचेस्टर में कराई थी। इस बीच पंत को टेस्ट में मौका मिला और उन्होंने इस मौके को पूरी तरह से भुनाया। पंत ने इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया में शतक जड़े थे। पंत ने अभी तक नौ टेस्ट मैच खेले हैं जिनमें उनका औसत 50 के लगभग रहा है।
क्रिकेट पंडितों की मानें तो विकेटकीपिंग के मामले में पंत अभी भी साहा से काफी पीछे हैं और युवा खिलाड़ी को काफी सुधार करने की जरूरत है।
साहा से जब भारतीय टीम में वापसी करने वाले में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मैं राष्ट्रीय टीम में वापसी के बारे में नहीं सोच रहा हूं। अभी आईपीएल है और फिर विश्व कप। इसके बाद ही भारत को जुलाई में टेस्ट मैच खेलना है। इसलिए अभी इसके बारे में सोचने का समय नहीं है।"
उन्होंने कहा, "मेरा काम अच्छा करना है। चयन मेरे हाथ में नहीं है।"
भारत को विश्व कप के बाद वेस्टइंडीज का दौरा करना है जहां वह दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी। साहा ने कहा कि वह सयैद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट में बंगाल की तरफ से खेलते हुए मौका का फायदा उठाना चाहेंगे।
उन्होंने कहा, "मैं मैच फिट हूं और टी-20 क्रिकेट खेलने को तैयार हूं। इसलिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) ने मुझे बंगाल से खेलने की मंजूरी दे दी।"
एनसीए में साहा पूर्व विकेटकीपर विजय यादव और अजय रात्रा के मार्गदर्शन में अपनी चोट पर काम कर रहे थे। साहा ने कहा, "मैं टूर्नामेंट में अपनी टीम की मदद करना चाहता हूं और टीम में योगदान देना चाहता हूं। मैं अपने दिमाग में किसी तरह का कोई लक्ष्य लेकर नहीं चल रहा हूं। मैं मैच दर मैच आगे बढ़ रहा हूं।"
साहा ने आने वाले विश्व कप में भारत की संभावनाओं को लेकर कहा, "मुझे लगता है कि यह टीम काफी संतुलित है। तेज गेंदबाज अच्छा कर रहे हैं और स्पिनर भी विकेट निकाल रहे हैं। बल्लेबाजी भी शानदार चल रही है। धोनी भाई भी अपनी फॉर्म में आ गए हैं। मैं टीम को खिताब की प्रबल दावेदार मानता हूं।"