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Hindi News खेल क्रिकेट 70,000 लोगों के सामने फेल नहीं होना चाहता था, पिंक बॉल टेस्ट के बाद बोले ऋद्धिमान साहा

70,000 लोगों के सामने फेल नहीं होना चाहता था, पिंक बॉल टेस्ट के बाद बोले ऋद्धिमान साहा

बल्लेबाज को छोड़ने के बाद पिंक बॉल जिस तरह स्विंग कर रही थी उसे विकेट के पीछे पकड़ना काफी मुश्किल था, लेकिन साहा का कहना है कि हर गेंद उनकी लिए एक परीक्षा थी।  

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मौजूदा समय में विश्व के सबसे सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा चोट से जूझ रहे हैं। पिछले दो सालों से चोट उनका पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रही है। लेकिन साहा ने अभी तक हार नहीं मानी है वो चोट से ठीक होकर जल्द ही वापसी करने में विश्वास रखते हैं। हाल ही में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ ऐतिहासिक पिंक बॉल टेस्ट मैच में लाजवाब विकेटकीपिंग की जिसके बाद हर जगह उनकी तारीफ होने लगी।

बल्लेबाज को छोड़ने के बाद पिंक बॉल जिस तरह स्विंग कर रही थी उसे विकेट के पीछे पकड़ना काफी मुश्किल था, लेकिन साहा का कहना है कि हर गेंद उनकी लिए एक परीक्षा थी।

साहा ने हाल ही में इकनॉमिक्स टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा "ईमानदारी से कहूं तो मैंने कुछ अगल नहीं किया। मैं तब तक यथा संभव रहता हूं जब तक गेंद गेंदबाज के हाथ से नहीं निकलती उसी के बाद ही मैंच गेंद के हिसाब से अपने आप को एडजस्ट करता हूं।"

इसी के साथ साहा ने कहा "पिंक बॉल के खिलाफ, जो कि बल्लेबाज को छोड़ने के बाद ज्यादा स्विंग कर रही थी वो हर एक गेंद मेरे लिए परीक्षा थी। मैंने टीम के साथियों को कहा कि ये मेरे लिए अगला ट्रॉयल है जो मैं 70,000 लोगों के सामने दे रहा हूं और मैं इसमें फेल नहीं होना चाहता। मैं गेंद पर आखिरी सेकंड तक नजर रखता हूं और फिर पकड़ता हूं।"

साहा ने गेंद को पकड़ने की तकनीक के बारे में बात करते हुए कहा "चीजों को जटिल करने का कोई मतलब नहीं है। यदि आप अपनी तकनीक को सरल रखते हैं, तो आपको अपने पुरस्कार मिलेंगे।"

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