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धोनी का छलका दर्द, कहा छोड़ दूंगा कप्तानी

नई दल्लीः टीम इंडिया के कैप्टन कूल कहे जानेवाले महेंद्र सिंह धोनी ने एक ऐसा बयान दिया जो किसी भी लिहाज़ से कूल नहीं है। बांग्लादेश में टीम इंडिया की शर्मनाक हार हुई और इसके

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नई दल्लीः टीम इंडिया के कैप्टन कूल कहे जानेवाले महेंद्र सिंह धोनी ने एक ऐसा बयान दिया जो किसी भी लिहाज़ से कूल नहीं है। बांग्लादेश में टीम इंडिया की शर्मनाक हार हुई और इसके बाद धोनी ने कप्तानी छोड़ने की पेशकश कर दी।

धोनी ने कहा, "अगर मेरे कप्तानी छोड़ने से टीम इंडिया का भला होता है तो मुझे हटा दीजिए, मैं आम प्लेयर की तरह खेलने को तैयार हूं" धोनी के इस बयान ने एक नई बहस छेड़ दी है। धोनी को लेकर भी और टीम इंडिया के अंदरूनी माहौल को लेकर भी।

मीरपुर के शेरे बंग्ला स्टेडियम में बांग्लादेश से मिली शर्मनाक हार के बाद धोनी मीडिया से जब रूबरू हुए तो टीम इंडिया के शर्मनाक प्रदर्शन पर सवाल उठने लगे। लेकिन धोनी ने एक बयान देकर पूरी कहानी को दूसरी तरफ मोड़ दिया।

उन्होंने कहा, "मैं कभी कप्तानी के लिए आगे नहीं आया..ये मेरे लिए एक जिम्मेदारी है..जो मुझे दी गई और मैंने वो जिम्मेदारी संभाली..अगर वो इसे वापस लेना चाहते हैं तो भी मुझे खुशी होगी..क्योंकि मेरे लिए ज़्यादा ज़रूरी है टीम इंडिया के लिए खेलना..और मेरी हमेशा कोशिश रहती है की टीम की जीत में मेरा भी योगदान हो..साथ ही मैं ड्रेसिंग रूम के माहौल को भी अच्छा रखना चाहता हूं..उन नए लड़कों के लिए जो अभी टीम में आ रहे हैं।"

पिछले 2 साल में धोनी लगातार फ्लॉप साबित हुए हैं। आखिरी बार मैच विनिंग पारी धोनी ने जुलाई 2013 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ खेली थी। ट्रायंगुलर सीरीज़ के फ़ाइनल उन्होंने 52 गेंदों पर नाबाद 45 रन बनाए थे
लेकिन बीते 38 वनडे मुक़ाबले में वे कोई मैच विनिंग पारी नहीं खेल पाए हैं।

बीते दो साल में धोनी सिर्फ एक शतक बना पाए हैं। ख़ास तौर पर पिछले एक साल से उनकी बल्लेबाज़ी काफी कमजोर हुई है।

एक साल में उन्होंने 21 वनडे मैचों में महज 505 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 21 मैचों में 21 कैच और 5 स्टंप किए हैं।

बांग्लादेश दौरे पर धोनी ने पहले वनडे में 5 और दूसरे वनडे में 47 रन बनाए। धोनी ने दूसरे वनडे मे नंबर चार पर आकर रन तो जरुर बनाए लेकिन उसमें पुराने धोनी वाली झलत नहीं दिखी ।

सवाल ये है कि कप्तानी से संन्यास का इशारा कहीं धोनी का स्टंट तो नहीं है? अगर धोनी कप्तानी छोड़ने को लेकर सचमुच गंभीर होते तो दो दिन बाद सीरीज़ खत्म हो रही है, वो बोर्ड के पास जाते और इस्तीफे की पेशकश कर देते। विदेशी जमीन पर भावुक बयान देकर धोनी क्रिकेट फैन्स को मुद्दे से भटकाने की कोशिश तो नहीं कर रहे हैं?

 

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