धोनी ने दिखाया बड़ा दिल, BCCI ने नहीं ख़ुद ही A+ कैटेगरी से हट गए थे
BCCI ने बुधवार को खिलाड़ियों के अनुबंध के लिए एक नयी कैटेगरी A+ बनाई है. लोगों को तब हैरानी हुई जब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और धाकड़ मैच फ़िनिशर धोनी इस वर्ग में नज़र नहीं आए.
नयी दिल्ली: BCCI ने बुधवार को खिलाड़ियों के अनुबंध के लिए एक नयी कैटेगरी A+ बनाई है. इस वर्ग में आने वाले खिलाड़ियों को सालाना 7 करोड़ रुपये मिलेंगे. लोगों को तब हैरानी हुई जब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और धाकड़ मैच फ़िनिशर धोनी इस वर्ग में नज़र नहीं आए. अटकलें लगने लगी कि शायद धोनी के करिअर की शाम होने वाली है और वह यूं भी उस तरह से बल्लेबाज़ी नहीं कर पा रहे हैं जिस तरह से वह किया करते थे. धोनी के अलावा आर. अश्विन भी इस वर्ग से बाहर हैं.
ESPNcricinfo के अनुसार दरअसल इस नयी कैटेगरी का सुझाव ख़ुद धोनी और विराट कोहली ने दिया था. सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित Committee of Administrators (CoA) ने 2017 में सबसे पहला काम खिलाड़ियों के अनुबंध को दोगुना करने का किया लेकिन इसमें और संशोधन की ज़रुरत थी जैसा कि पूर्व चीफ़ कोच अनिल कुंबले ने सुझाव दिया था.
CoA ने इसके बाद विनोद राय, डायना एडुलजी और BCCI के चीफ़ एक्ज़ेक्यूटिव राहुल जोहरी की एक समिति बनाई जिसने कोहली, धोनी, रोहित शर्मा और टीम इंडिया के मौजूदा चीफ़ कोच रवि शास्त्री से चर्चा के कई दौर किए. दिसंबर में चर्चा के दौरान इन लोगों ने A+ कैटेगरी बनाने का सुझाव दिया था.
विनोद राय के अनुसार, "A+ वर्ग का आइडिया कोहली और धोनी का था. वे चाहते थे कि ये वर्ग dynamic (गतिशील) होना चाहिए और इसमें वे खिलाड़ी ही होने चाहिए जो सबसे बेहतर प्रदर्शन कर रहे हों. उनका तर्क था कि इस वर्ग में सिर्फ वे ही खिलाड़ी होने चाहिए जो खेल के तीनों प्रारुप में खेलते हों और जो टॉप 10 रैंकिंग में आते हों. वे चाहते थे कि इस वर्ग में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हों जो शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. किसी भी खिलाड़ी की इस वर्ग में जगह पक्की नहीं होनी चाहिए क्योंकि अगर आप अच्छा प्रदर्शन करेंगे तो ईनाम भी वैसा ही मिलेगा और अगर नहीं करते हैं तो वर्ग से बाहर हो जाएंगे."
A+ category में कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बूमराह, शिखर धवन और भुवनेश्वर कुमार हैं जिन्हें सालाना 7 करोड़ रुपये मिलेंगे. A वर्ग में धोनी, अश्विन, रविंद्र जडेजा, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, अजंक्य रहाणे और रिद्धिमन साहा हैं. इसी तरह बी और सी वर्ग भी हैं.