19 साल पहले ऐतिहासिक कोलकाता टेस्ट मैच से पहले अनफिट थे लक्ष्मण, अब किया खुलासा
कोलकाता के ऐतिहासिक टेस्ट मैच में द्रविड़ और लक्ष्मण ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मैच में मिलकर पांचवें विकेट के लिए 376 रन जोड़े जो भारत के लिए इस विकेट पर अब तक भी सर्वश्रेष्ठ साझेदारी है।
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में मार्च माह में खेले गए कोलकाता टेस्ट मैच की सुनहरी यादें हर एक फैन्स के दिलों में जिन्दा हैं। जिसमें 'द वॉल' के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ और दिग्गज वीवीएस लक्ष्मण ने 19 साल पहले कोलकाता में पार्टनरशिप का एक रेकॉर्ड बनाया था, जो आज भी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दर्ज है। जिसको लेकर अब वीवीएस लक्ष्मण ने दिलचस्प खुलासा किया है।
कोलकाता के ऐतिहासिक टेस्ट मैच में ईडन गार्डन्स स्टेडियम में द्रविड़ और लक्ष्मण ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मैच में मिलकर पांचवें विकेट के लिए 376 रन जोड़े जो भारत के लिए इस विकेट पर अब तक भी सर्वश्रेष्ठ साझेदारी है। जिसके बारे में लक्ष्मण ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया में कॉलम लिखते हुए बताया कि इस मैच से पहले वो पूरी तरह से फिट नहीं थे इसके बावजूद सौरव गांगुली और टीम मैनेजमेंट के चलते वो ऐसा कारनामा कर पाए।
लक्ष्मण ने लिखा, "इस टेस्ट मैच से पहले मेरी पीठ में समस्या थी और मैं पूरी तरह फिट नहीं था। मगर उस समय कप्तान सौरव गांगुली ने मेरे 60% फिट होने के बावजूद प्लेयिंग इलेवन में सेलेक्ट किया। जिसके बाद आत्मविश्वास जाग उठा था और उस समय मेरी फॉर्म काफी शानदार चल रही थी।"
लक्ष्मण ने आगे लिखा, " उस समय जब मैं अपनी पारी खेलने उतरा तो मैंने घरेलू क्रिकेट में हैदराबाद के लिए खेलने वाली पारी को याद किया और उसी तरह के माइंडसेट के साथ मैंने खेलना शुरू किया। इतना ही नहीं मैंने और राहुल ने अपनी बल्लेबाजी के दौरान हर एक गेंद पर एक-दूसरे को प्रेरित किया। जिसके चलते हम लोग ऐसा करने में कामयाब हो पाए।"
बता दें कि 11 मार्च से शुरू हुए इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 445 रन बनाए जिसके बाद भारतीय टीम पहली पारी में केवल 171 रन बना सकी। उसे फॉलोऑन करना पड़ा और तीसरे दिन तक भारत पर हार के बादल मंडरा रहे थे। मगर लक्ष्मण (281) और द्रविड़ (180) ने 376 रन जोड़े। भारत ने अपनी फॉलोआन पारी 657/7 पर घोषित कर दी। लक्ष्मण ने 631 गेंदों की अपनी पारी में 44 चौके लगाए जबकि द्रविड़ ने 446 गेंदों पर 20 चौके जड़े। जिसके बाद हरभजन सिंह ने 6 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी और भारत ने ये टेस्ट मैच 171 रनों से जीता। इस तरह कई कारनामों के कारण ये टेस्ट मैच हमेशा भारतीय फैंस के दिलों में अपनी याद संजोए रहता है। इसे भारतीय टेस्ट टीम कि बड़ी उपलब्धि के तौर पर भी देखा जाता है।