पूर्व स्पिन गेंदबाज दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान क्रिकेट के बोर्ड के द्वारा की उनकी अनदेखी पर निराशा व्यक्त की है। दानिश ने एक इंस्टाग्राम लाइव चैट में बताया कि वह स्पॉट फिक्सिंग मामले में बोर्ड और उनके अधिकारियों ने उनका साथ नहीं दिया।
कनेरिया पर साल 2009 काउंटी क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग का आरोप लगा था। कनेरिया ने साल 2018 में अपने इस आरोप को कबूल किया था, जिसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड उन्हें आजीवन बैन लगा दिया।
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कनेरिया ने कहा, ''काउंटी क्रिकेट में जब मुझ पर यह आरोप लगा था तो मैंने बोर्ड से मदद मांगी थी लेकिन बोर्ड और उसके अधिकारियों ने इसे मेरा निजी मामला बताकर इसे खुद ही निबटाने के लिए कहा।''
उन्होंने कहा, ''बोर्ड ने मुझे अपने अपने आरोप को कबूल करने के लिए कहा। इसके बाद मैंने इसे माना लेकिन बावजूद इसके उन्होंने मेरी मदद नहीं की जबकि बाकी और कई खिलाड़ी फिक्सिंग मामले में फंसे उनकी पूरी मदद की गई और उन्होंने वापसी भी की लेकिन मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ।''
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इस दौरान कनेरिया ने कहा कि मेरे ऊपर लगे आरोप के ठीक एक साल बाद ही इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज के दौरान मोहम्मद आमिर, सलमान बट्ट और मोहम्मद आसिफ स्पॉट फिक्सिंग मामले में दोषी पाए गए। उन्हें जेल भी जाना पड़ा लेकिन बोर्ड ने उनके ऊपर नरमी बरती और उन्होंने वापसी भी की।
इसके साथ ही कनेरिया ने पाकिस्तानी टीम में भेदभाव का भी आरोप लगाया और कहा कि शाहिद अफरीदी के कारण उन्हें टीम के प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिल पाती थी।
कनेरिया ने कहा, ''अफरीदी मुझे प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं करते थे। इसके लिए मुझे कोई कारण भी नहीं बताते थे कि वह ऐसा क्यों कर रहे हैं।''
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