पृथ्वी की तारीफ में शास्त्री ने पढ़े कसीदे, बताया- उसमें नजर आती है सचिन, सहवाग और लारा की झलक
भारत की तरफ से पृथ्वी शॉ और लोकेश राहुल 33-33 रन बनाकर नाबाद रहे। पूरी सीरीज में कमाल की बल्लेबाजी करने वाले पृथ्वी शॉ को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया।
हैदराबाद। भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई दो मैचों की टेस्ट सीरीज 2-0 से जीत ली। भारत ने रविवार को यहां खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में 10 विकेट से जीत हासिल की राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए दूसरे मैच के तीसरे दिन का मैच बेहद रोमांचक रहा। पहले सत्र में भारत ने अपनी पहली पारी को पूरा करते हुए 367 रन बनाए और फिर मेहमान टीम 127 रनों पर आउट करके 72 रनों का लक्ष्य हासिल किया। भारतीय बल्लेबाजों ने बिना कोई नुकसान के इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। भारत की तरफ से पृथ्वी शॉ और लोकेश राहुल 33-33 रन बनाकर नाबाद रहे। पूरी सीरीज में कमाल की बल्लेबाजी करने वाले पृथ्वी शॉ को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया।
पृथ्वी शॉ की इस धमाकेदार बल्लेबाजी का हर कोई मुरीद हो गया। मैच के बाद प्रजेंटेशन के दौरान कोच रवि शास्त्री ने भी पृथ्वी शॉ की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े। रवि शास्त्री ने तो यहां तक कह दिया कि पृथ्वी शॉ में सचिन, सहवाग और लारा की झलक दिखती है। शास्त्री ने कहा, “पृथ्वी शॉ क्रिकेट खेलने के लिए ही पैदा हुआ है। वो आठ साल की उम्र से मुंबई में क्रिकेट खेल रहा है। उसके द्वारा की गई मेहनत अब नजर आ रही है। मुझे उसके अंदर सचिन, सहवाग और ब्रायन लारा की झलक नजर आती है।” उन्होंने कहा, "उसके अंदर थोड़ा सचिन है, थोड़ा सहवाग है और जब वह चलता है तो उसमें थोड़ा लारा नजर आते हैं।"
शास्त्री ने 10 विकेट लेकर मैन ऑफ द मैच बने उमेश यादव की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि उमेश इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाया लेकिन जैसे ही उसे मौका मिला उसने इसका भरपूर इस्तेमाल किया। शास्त्री ने कहा, "मैं उमेश के लिए काफी खुश हूं। केवल चार बार किसी भारतीय तेज गेंदबाज ने 10 विकट हाल अपने नाम किया है। मुझे याद है कपिल और श्रीनाथ ऐसा कर चुके हैं। उमेश ने टीम चयन में हमारी मुसीबतें बढ़ा दी हैं।"
मैच की बात करें तो उमेश (3/45), जडेजा (3/12), अश्विन (2/24) और कुलदीप (1/45) ने वेस्टइंडीज की पारी को 127 रनों पर समेट दिया था और ऐसे में भारत को अब जीत के लिए केवल 72 रनों की दरकार थी। इस दौरान, उमेश ने अपने टेस्ट करियर में एक मैच में 10 विकेट लेने की उपलब्धि भी हासिल की। यह उनका 41वां टेस्ट मैच था। पृथ्वी शॉ (33) और लोकेश राहुल (33) ने बिना कोई भी विकेट गंवाए इस आसान लक्ष्य को हासिल करते हुए भारत को 10 विकेट से जीत दिलाई।