मेलबर्न: एकदिवसीय प्रारूप को अलविदा कहने वाले आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा कि विश्व चैम्पियन के तौर पर संन्यास लेना किसी परी-कथा की तरह है। आस्ट्रेलिया ने रविवार को मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) पर न्यूजीलैंड को हराकर पांचवीं बार विश्व कप खिताब जीत लिया। क्लार्क ने इस जीत में अहम भूमिका निभाते हुए 74 रन बनाए।
मैच के बाद क्लार्क ने कहा, "मुझे लगता है एकदिवसीय से अलग होने का यह सबसे अच्छा मौका है। यह किसी परी कथा की तरह है।"
आस्ट्रेलिया के पूर्व विश्व विजेता कप्तानों एलन बॉर्डर, स्टीव वॉ और रिकी पोंटिंग से अपनी तुलना पर क्लार्क ने कहा, "मैं उन महान खिलाड़ियों के साथ खुद को नहीं रख सकता। मैं बस इतना कह सकता हूं कि आस्ट्रेलिया के लिए खेलना और इस लम्हे का हिस्सा बनना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं हमेशा इसे याद करता रहूंगा।"
क्लार्क के अनुसार समय-समय पर आस्ट्रेलियाई टीम में महान खिलाड़ी आते रहे हैं और इसलिए यह टीम सभी विश्व कप टूर्नामेंटों में सबसे सफल रही है।
क्लार्क जब अपनी आखिरी पारी खेल कर मैदान से बाहर जा रहे थे तो स्टेडियम में मौजूद लगभग सभी दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया।
इस सम्मान के बारे में पूछे जाने पर क्लार्क ने कहा, "व्यक्तिगत तौर पर यह सच में खास बात रही। मैंने जब कल (शनिवार) अपने संन्यास की घोषणा की थी तब भी मैं नहीं चाहता था कि टीम से कोई चीज अलग ले जाऊं। मैं उस समय मैदान से जल्द बाहर आना चाहता था। मैं वह सम्मान अपनी टीम के लिए चाहता हूं।"
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