बुमराह पर काम के बोझ को लेकर सतर्क रहना होगा: प्रसाद
राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने स्पष्ट कर दिया है कि बूमराह के काम के बोझ का प्रबंधन उनके लिए सर्वोच्च है।
नयी दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल में संपन्न टेस्ट श्रृंखला में जसप्रीत बुमराह का टेस्ट मैच गेंदबाज के रूप में उभरना भारत के लिए सबसे फायदेमंद रहा और राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने स्पष्ट कर दिया है कि गुजरात के इस तेज गेंदबाज के काम के बोझ का प्रबंधन उनके लिए सर्वोच्च है। बुमराह ने दक्षिण अफ्रीका में तीनों प्रारूपों में 162 .1 ओवर गेंदबाजी की जिसमें तीन टेस्ट की श्रृंखला में फेंके 112 .1 ओवर भी शामिल हैं।
प्रसाद ने पीटीआई को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं जसप्रीत के प्रदर्शन से खुश हूं। हमें हमेशा से उसकी क्षमता पर भरोसा था क्योंकि उसने रणजी ट्राफी में गुजरात के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन अब हमारा प्राथमिक लक्ष्य काफी सतर्कता के साथ उसके काम के बोझ को देखना है क्योंकि काफी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला जा रहा है। हमें सतर्क रहना होगा कि उसका अत्याधिक उपयोग नहीं हो।’’ प्रसाद ने साथ ही संकेत दिए कि बुमराह का इस्तेमाल सिर्फ महत्वपूर्ण टेस्ट श्रृंखलाओं में किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप उसका एक्शन देखो तो यह विरला है और वह चोटों का शिकार हो सकता है। हमें आगामी समय में महत्वपूर्ण टेस्ट श्रृंखला में ही उनका इस्तेमाल करना होगा। प्रत्येक तेज गेंदबाज के लिए काम के बोझ का संतुलन बेहद महत्वपूर्ण है और हाई परफोर्मेंस टीम इस पर करीब से नजर रखे हुए है।’’
इसके अलावा कलाई के युवा स्पिनरों युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव का प्रदर्शन भी भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण रहा। प्रसाद ने कहा, ‘‘हमारा हमेशा से मानना रहा है कि कलाई के स्पिनर विकेट हासिल करने का निवेश है जो हमें करना होगा। चहल और कुलदीप हमारी उम्मीदों पर खरे उतरे हैं। सबसे अच्छी चीज वह पूल है जो हम तैयार करने में सफल रहे। अब हमारे पास तीन प्रारूप के लिए पांच स्तरीय स्पिनर- रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह और अक्षर पटेल शामिल हैं।’’
उन्होंने कहा कि मौजूदा चयन समिति का लक्ष्य पर्याप्त बेंच स्ट्रैंथ तैयार करना है और वह धीरे-धीरे लेकिन निश्चित तौर पर इस लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं। मौजूदा सत्र में सभी प्रारूपों में सर्वाधिक 2141 रन बनाने वाले मयंक अग्रवाल को राष्ट्रीय टीम में नहीं चुने जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी खिलाड़ी को अपने स्तर को लेकर भ्रम में नहीं होना चाहिए। हमारी समिति प्रत्येक खिलाड़ी से बात करती है। मैंने मयंक से बात की और उसे बताया कि घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन से वह निश्चित तौर पर दावेदारी में शामिल है। मैंने उसे कहा कि वह कतार में है।’’
प्रसाद ने टेस्ट टीम के चयन के बाद कहा था कि यह टीम दक्षिण अफ्रीका जाने वाली सर्वश्रेष्ठ टीम है और अब वह संतुष्ट हैं महसूस कर रहे हैं कि उनका रुख सही साबित हुआ।