On This Day : कैसे सिर्फ 54 गेंदों में तूफानी टेस्ट शतक ठोंक 'शहंशाह' बने मैकुलम, देखें Video
आज ही के दिन 20 फरवरी 2016 को मैकुलम ने अपने बल्ले से क्रिकेट के असली फॉर्मेट टेस्ट क्रिकेट में ऐसा कारनामा किया था जो आज तक कोई और बल्लेबाज नहीं कर सका है।
टीम इंडिया के लिए जैसे क्रिकेट के हर फॉर्मेट में ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करने वाले कभी 'मुल्तान के सुलतान' वीरेंद्र सहवाग थे। तो वहीं न्यूजीलैंड के लिए क्रिकेट के हर फॉर्मेट में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए ब्रेंडन मैकुलम मशहूर थे। जिनके कारनामे को पूरे विश्व के क्रिकेट फैंस समेत भारतीय फैंस तो कभी नहीं भुला सकेंगे। क्योंकि उन्होंने आईपीएल इतिहास के साल 2008 में खेले गये पहले मैच में ही आतिशी बल्लेबाजी करते हुए 73 गेंदों पर नाबाद 158 रन बनाए थे। इस तरह उन्होंने आईपीएल इतिहास के पहले मैच में ही पहला शतक जड़ा और भारतीय फैंस को आईपीएल का असली रंग पहले ही मैच में देखने को मिल गया था।
मैकुलम ने आईपीएल के इस मैच में 10 चौके और 13 छक्के जड़ते हुए महज 54 गेंद पर ही शतक जड़ डाला था। जिसके चलते उनका नाम पूरे विश्व में मशहूर हो गया था। ऐसे में साल 2008 के बाद से क्रिकेट जगत में मैकुलम का डर गेंदबाजों पर बैठ गया और इस तरह का सिलसिला उनके करियर के आखिरी टेस्ट मैच में भी देखने को मिला। अपने आखिरी टेस्ट मैच में भी मैकुलम कुछ इस अंदाज में खेले जैसे कि वो आईपीएल का ही अपना पहला मैच खेल रहे हो। इस तरह कारनामा उन्होंने आज के ही दिन किया था जिसके चलते सोशल मिया में उनकी पारी का विडियो भी वायरल हो रहा है।
दरअसल, आज ही के दिन 20 फरवरी 2016 को मैकुलम ने अपने बल्ले से क्रिकेट के असली फॉर्मेट टेस्ट क्रिकेट में ऐसा कारनामा किया था जो आज तक कोई और बल्लेबाज नहीं कर सका है। जी हाँ, मैकुलम जब अपने अंतिम टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के सामने उतरे तो उनके इरादे और तेवर आईपीएल वाले ही नजर आ रहे थे। जिसके चलते उन्होंने आते ही क्राइस्टचर्च के मैदान में अपनी पारी की दूसरी गेंद पर चौका जड़ डाला। जबकि उनकी टीम संकट में फंसी हुई थी और उसके 32 रन पर तीन विकेट गिर चुके थे। हालांकि मैकुलम जब एक बार शुरू हुए तो उन्होंने ना हालत देखें ना ही टीम की जरूरत। बस अपने बल्ले से कंगारू गेंदबाजों पर जमकर प्रहार करना शुरू कर डाला।
मैकुलम लगातार लाल गेंद के खेल में ताबड़तोड़ शॉट्स खेलते चले गये और सिर्फ 54 गेंदों पर ही 79 मिनट में अपना शतक पूरा कर लिया। जिसके चलते वो टेस्ट क्रिकेट की दुनिया में सबसे तेज शतक मारने वाले बल्लेबाज बन गये और उनकी ये पारी एक इतिहास में बदल गई।
देखें विडियो :-
हालंकि इस पारी के दौरान मैकुलम को 54 रन पर एक जीवनदान भी मिला था। मगर जब दिन आपका हो तो किस्मत आपकी जेंब में रहती है। इस दिन मैकुलम ने जो भी किया वो उनके पक्ष में गया। जिसके चलते शतकीय पारी के दौरान उन्होंने 16 चौके और 4 छक्के मारे। वहीं शतक मारने के बाद भी मैकुलम की तूफानी पारी जारी रही और उन्होंने 79 गेंदों पर 21 चौके और 6 छक्के के साथ 145 रन की ताबड़तोड़ पारी खेल डाली।
इस तरह टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक मारने के साथ मैकुलम ने दुनिया के दो धुरंधर खिलाड़ियों के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। मैकुलम से पहले सबसे तेज टेस्ट शतक का रिकॉर्ड संयुक्त तौर पर विव रिचर्ड्स और मिस्बाह उल हक के नाम पर था। दोनों ने 56-56 गेंदों पर टेस्ट क्रिकेट का सबसे तेज शतक जदा था। जबकि मैकुलम ने ये कारनाम सिर्फ 54 गेंद पर 4 साल पहले आअज के ही दिन किया था।
बता दें की मैकुलम के करियर का ये अंतिम टेस्ट मैच था। जिसके बाद उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इस तरह आखिरी टेस्ट की दोनों पारियों को मिलाकर उन्होंने 170 रन बनाए थे।