मध्यप्रदेश में झबुआ जिले के मशहूर कड़कनाथ मुर्गे में बर्ड फ्लू के वायरस पाए जाने से हड़कंप मच गया है। थांदला तहसील के रूंडीपाड़ा गांव के पोल्ट्री फार्म में एक साथ कई मुर्गे-मुर्गियों के मरने से पशुपालन विभाग की टीम ने इनके जांच के लिए सैम्पल भेजे, जिसमें H5N1 वायरस की पुष्टि हुई है।
दरअसल यह वही पोल्ट्री फॉर्म है, जहां से भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने 2000 कड़कनाथ मुर्गे के चुजों का ऑर्डर दिया था। हालांकि मीडिया से बात करते हुए फॉर्म के मालिक विनोद मेदा ने बताया कि धोनी ने उन्हें मुर्गी के चुजों का ऑर्डर दिया था लेकिन खराब मौसम के कारण उसे पहुंचाया नहीं जा सका।
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वहीं इस बीच भोपाल पशुपालन विभाग के संचालक ने झाबुआ प्रशासन को पत्र लिखकर इस उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। वहीं बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद पशुपालन विभाग की टीम ने मुर्गीपालन क्षेत्र और उसके 1 किमी के दायरे को संक्रमण मुक्त करने के साथ-साथ सभी जीवित और मृत मुर्गे-मुर्गियों को जमीन में दफना दिया है।
आपको बता दें कि कड़कनाथ मुर्गे का उत्पादन मुख्य रूप से मध्यप्रदेश के झबुआ में ही होता है। इसकी खासियत यह है कि इसके मांस में प्रोटिन की उच्च मात्रा होती है। वहीं इसमें वसा या फैट नाम मात्र की पाई जाती है।
यही कारण है कि पिछले साल यहां के कड़कनाथ उत्पादनकर्ताओं ने यह कहा था कि वह भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भी इसके मांस का आयात करना चाहते हैं। क्योंकि इसके मांस में प्रोटिन की मात्रा अधिक होती है इसलिए उनके फिटनेस के लिए यह अच्छा होगा।
कड़कनाथ चिकन के मांस में आयरन की मात्रा भरपूर पाई जाती है जो सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। आयरन की अधिकता के कारण ही इस मुर्गे का रंग और मांस के साथ अंडे भी काले होते हैं।
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मांस के साथ इसके अंडे का सेवन भी सेहत के लिए लाभकारी होता है। इस प्रजाति के मुर्गी के अंडे में प्रोटीन अधिक होता है और कम कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ना के बराबर पाया जाता है जिसके कारण इसे दिल के मरीजों के लिए लाभकारी माना गया है।
वहीं अन्य प्रजातियों के मुर्गा-मुर्गियों के मांस में फैट और वसा ज्यादा रहता है।
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