नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को उन खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि जारी करने में परेशानी हुई जिनका बैंक खाता ‘जनधन’ योजना के तहत खुला है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि उन्हें लगभग छह जूनियर क्रिकेटरों को पुरस्कार की राशि देने में परेशानी हुई क्योंकि उनका बैंक खाता जनधन योजना के तहत खुला है। ऐसे खातों में अधिकतम 50,000 रूपये की राशि जमा की जा सकती है।
बीसीसीआई शीर्ष समिति के इस अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ बीसीसीआई वार्षिक समारोह में पुरस्कार पाने वाले सभी आयु वर्ग के क्रिकेटरों को डेढ़ लाख रुपये दिए जाने थे। सीनियर खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि का हस्तांतरण 11 जनवरी को समारोह के तुरंत बाद कर दिया गया था। लेकिन पांच जूनियर क्रिकेटरों के खाते में डेढ लाख रुपये की लेनदेन को अस्वीकार कर दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन खातों में कई बार रकम डालने की कोशिश विफल होने के बाद हमने अपने बैंक से इस बारे में पूछा तो पता चाला कि इन क्रिकेटरों का खाता जनधन योजना के तहत खुला है। ऐसे में एक बार में 50,000 हजार रुपये ही जमा हो सकते है।’’
इसके बाद बीसीसीआई ने अपने बैंक (बैंक ऑफ महाराष्ट्र) से सभी खिलाड़ियों के खाते वाले बैंकों से संपर्क करने को कहा ताकी मुद्दे को सुलझाया जा सके। इस मुद्दे को ‘जन धन’ खातों को बचत खातों में परिवर्तित करके हल किया जा सकता है, जिसमें नकद जमा पर कोई ऊपरी सीमा नहीं है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘ दरअसल, जूनियर क्रिकेटरों के लिए मैच फीस काफी कम है। अंडर-16 खिलाड़ियों को प्रति मैच 10,000 रुपये (प्रति दिन 2500 रुपये) और अंडर-19 खिलाड़ियों को 40,000 रुपये (प्रति दिन 10,000 रुपये) मिलते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए सामान्य समय में, जब मैच फीस इन खातों में स्थानांतरित की जाती है तो कोई समस्या नहीं आती। चूंकि इस बार राशि अधिक थी, इसलिए परेशानी हुई।’’
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