'जेंटलमैन गेम’ कहे जाने वाले क्रिकेट खेल में एक बार फिक्सिंग का दाग लगा है। इस बार इंडिया की तमिलनाडु प्रीमीयर लीग पर फिक्सिंग के काले बादल के साए नजर आए हैं। ये लीग जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है इसमें फिक्सिंग का भी विवाद भी बढ़ता जा रहा है। जिसकी पूरी जांच बीसीसीआई की एंटी करप्शन यूनिट के चीफ अजीत सिंह कर रहे हैं।
ऐसे में जांच के दौरान चीफ अजीत सिंह ने सलाह दी की युवओं को क्रिकेट में फिक्सिंग से दूर रहना चाहिए और साथ ही उन्होंने विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ियों के नाम कभी फिक्सिंग में ना आने की बात भी कही।
एससीयू के प्रमुख अजीत सिंह का मानना है कि सट्टेबाज कभी भी विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी जैसे स्टार खिलाड़ियों से संपर्क करने का प्रयास नहीं करेंगे क्योंकि इस कद के खिलाड़ी कभी भी सट्टेबाजों के झांसे में नहीं आएंगे।
मीडिया से बात करते हुए अजीत ने कहा कि, 'कोई बड़ा खिलाड़ी सट्टेबाजी में शामिल नहीं होगा। अगर विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी जैसे स्टार क्रिकेटर इसमें शामिल होते हैं तो इससे उन्हें पैसों और प्रतिष्ठा दोनों का नुकसान है। प्रतिष्ठा अधिक मायने रखती है। इसलिए वे इन चीजों के लिए अपनी प्रतिष्ठा नहीं खोएंगे।'
इतना ही नहीं आगे भी एसीयू प्रमुख ने कहा, 'यह एक आजाद देश है और कोई भी टूर्नामेंट का आयोजन करा सकता है। लेकिन बीसीसीआई उसे मंजूरी देता है या नहीं इस बात और जरूर विचार किया जा सकता है।'
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