बांग्लादेश के कोच रसेल डोमिंगो ने का मानना है कि वो भारतीय टीम की विदेशी दौरों पर जीत के फ़ॉर्मूले को अपना कर बांग्लादेश की टीम में सुधार लान चाहते हैं। बांग्लादेश ने जबसे साल 2000 में पहला टेस्ट मैच खेला है तबसे वो 117 टेस्ट मैच खेल चुके हैं और सिर्फ 13 में जीत हासिल की है। जिसमें विदेशी सरजमीं पर महज 4 जीत ही हासिल हुई है।
वहीं पिछले भारत दौरे पर बांग्लादेश दो टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 से हार गया था जबकि दोनों मैचों में बांग्लादेश की टीम तीन दिन के भीतर ही हार गई थी। ऐसे में उनके कोच नए साल में बांग्लादेश के लिए टेस्ट क्रिकेट में नई शुरुआत करना चाहते हैं।
जिसके लिए उन्होंने इएसपीऍन क्रिकइंफो से बातचीत में कहा, "भारत का अनुसरण करते हुए कि उन्होंने कैसे क्रिकेट खेला और टेस्ट क्रिकेट में पिछले तीन चार साल में वो कैसे आगे बढ़कर आए हैं। इस सबसे हम भी प्रेरित होकर आगे बढ़ सकते हैं।"
रसेल ने आगे कहा, "'उन्होंने जो पिच घरेलू क्रिकेट में तैयार किए हैं, उससे कई तेज गेंदबाज निकल कर सामने आए हैं, इसके अलावा चयन में निरंतरता भी देखने को मिली है। इतना ही नहीं हम भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज से बड़ी सीख ले सकते हैं। ”
भारत को प्राक्रतिक रूप से स्पिन गेंदबाजों का घर माना जाता था। जिस प्रथा को पलटते हुए तेज गेंदबाजों ने पिछले दो-तीन सालों में पूरे विश्व में अपना दबदबा बनाया है। अभी टीम इंडिया ना सिर्फ टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पर है बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में भी नंबर एक स्थान पर काबिज है।
इस तरह बांग्लादेश को अपना अगला मैच पाकिस्तान के खिलाफ 7 फरवरी को खेलना है। ऐसे में घर से बाहर जीत दर्ज करने के बारे में डोमिंगो ने कहा, "हमें अभी काफी लम्बा रास्ता तय करना है। हमारा प्रयास जारी है। घर से बाहर हमारा रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। इस लिजाह से ये साल का सबसे बड़ा चैलेन्ज होगा कि घर से बाहर हमें टेस्ट मैच जीतना है।"
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