कंगारुओं की कलंक कथा, देखिए जब ग्रैग चैपल के भाई ने अंडर आर्म गेंद फेंककर दिलाई थी जीत
बीच मैच के दौरान गेंद से हुई छेड़छाड़...कैमरे पर गेंद से छेड़छाड़ करने वाले खिलाड़ी पकड़े गए...मीडिया के सामने कप्तान का कबूलनाम हुआ।
बीच मैच के दौरान गेंद से हुई छेड़छाड़...कैमरे पर गेंद से छेड़छाड़ करने वाले खिलाड़ी पकड़े गए...मीडिया के सामने कप्तान का कबूलनाम हुआ। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने कहा ये एक खराब च्वॉइज थी, मैं एक्शन के लिए तैयार हूं। ये मेरी एक बहुत बड़ी गलती थी, इस पर मैं कभी गर्व नहीं कर सकता। यहां बैठना मुझे शर्म का एहसास करा रहा है।'
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने पहले सॉरी बोला फिर स्मिथ और वॉर्नर यानि टीम के कप्तान और उप-कप्तान पर की कार्रवाई की। ये है कंगारू टीम की कलंक कथा। ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट फैन अपनी क्रिकेट टीम पर गर्व करते है, लेकिन आज की सुबह गर्व करने वाली बिल्कुल नहीं है। ये ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट का दुखद दिन है। इस कलंक कथा के सबसे बड़े विलेन है ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीवन स्मिथ और इस काली करतूत में उनका साथ दिया टीम के उपकप्तान डेविड वॉर्नर। इन दोनों ने ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान गेंद से छेड़छाड़ करने की साजिश रची। इसके लिए मुहरा बनाया बैनक्रॉफ्ट को।
ओवर खत्म होने पर ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर टिम पेन से कैमरन बैनक्रॉफ्ट गेंद मांगते हैं और इसके बाद बैनक्रॉफ्ट अपनी जेब से पीली रंग की चिप निकालकर गेंद पर रगड़ते हैं। आप अपनी टीवी स्क्रीन पर देख सकते हैं कि किस तरह गेंद को खराब करने की बैनक्रॉफ्ट की कोशिश लगातार जारी है। अपना काम पूरा होते ही बैनक्रॉफ्ट चिप को जेब में वापस रख लेते हैं। बैनक्रॉफ्ट ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उसका प्रसारण टीवी पर हो रहा है। थर्ड अंपायर के बताने पर मैदानी अंपायर बैनक्रॉफ्ट को अपने पास बुलाते हैं, लेकिन इससे पहले ही बैनकॉफ्ट पीली रंग की चिप को अपनी लोअर के अंदर छिपा लेते हैं।
ये तस्वीरें भी कैमरे पर कैद हो गई... लेकिन इन सबसे बेखबर बैनक्रॉफ्ट अंपायर्स के पास जाते है जो जेब से अपने चश्में का कवर दिखाते हैं। मानो कोई चिप तो थी ही नहीं। ये सबकुछ जब टीवी कैमरे पर दिखाई देता है तब ऑस्ट्रेलियाई ड्रेसिंग रूम में हड़कंप मच जाता है। ऑस्ट्रेलियाई कोच डारेन लेहमैन तुरंत डगआउट में बैठे 12वें खिलाड़ी पीटर हैंड्सकॉम्ब को वॉकी टॉकी के जरिए मैदान की हालत का जायजा लेने का संदेश भिजवाया जाता है। अंपायर्स ने गेंद तो नहीं बदली, लेकिन ये वीडियो सोशल मीडिया पर फैल चुका था और क्रिकेट का सम्मानित खेल पर कभी ना मिटने काला धब्बा लग चुका था।
ऐसा पहली बार नहीं है जब ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी ने क्रिकेट को शर्मसार किया। इससे पहले साल 1981 में भी कंगारुओं ने क्रिकेट को कलंकित किया। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच था। ऑस्ट्रेलियन टीम की कमान ग्रेग चैपल के हाथ में थी। न्यूजीलैंड को मैच जीतने के लिए आखिरी गेंद पर 4 रनों की दरकार थी। ग्रेग चेपल के छोटे भाई ट्रेवल चैपल ने गेंद अंडर आर्म फेंकी। जिसकी वजह से बल्लेबाज ने रन नहीं बनाया। न्यूजीलैंड मैच हार गया लेकिन एक कलंक हमेशा हमेशा के लिए कंगारु टीम पर चस्पा हो गया।