मोहम्मद सिराज ने गुरुवार को कहा कि ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों द्वारा उन पर की गई नस्लीय टिप्पणियों ने उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाया। अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व वाली भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को गावस्कर ट्रॉफी में 2-1 से हराने के बाद गुरुवार को भारत लौट आई।
मोहम्मद सिराज स्वदेश लौटते ही सीधा अपने पिता को श्रद्धांजलि देने एयरपोर्ट से कब्रिस्तान पहुंचे। इस दौरान वह काफी इमोशनल नजर आए। बता दें, जब सिराज ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थे तो उनके पिता मोहम्मद गौस का निधन हो गया था।
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हैदराबाद पहुंचने पर मोहम्मद सिराज ने मीडिया से बातचीत की जिसमें उन्होंने कई सवालों का जवाब दिया। सिराज ने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों ने मुझे गाली देना शुरू कर दिया, इसने मुझे मानसिक रूप से मजबूत बना दिया। इसे मेरे प्रदर्शन में बाधा नहीं बनने देना मेरी बड़ी चिंता थी। मेरा काम यह बताना था कि मेरे साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है, मैंने पूरा मामला कप्तान रहाणे को बताया। अंपायरों ने हमें बताया कि आप मैदान से बाहर जा सकते हैं और खेल छोड़ सकते हैं लेकिन अज्जू भाई ने अंपायर से कहा कि हम नहीं छोड़ेंगे, हम खेल का सम्मान करते हैं।"
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सिराज ने आगे कहा, "मैंने अपना हर विकेट अपने पिता को समर्पित किया। मैंने अपना हर विकेट पिताजी को समर्पित किया। सीरीज शुरू होने से पहले मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं पांच विकेट लूंगा। चोटों के कारण हमें अपना खेल को ऊपर करना पड़ा। सभी ने मुझ पर भरोसा किया, उन्होंने मुझे समर्थन दिया। मैं सिर्फ गाबा विकेट पर सही एरिया को हिट करना चाहता था।"
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