ऑडियो से ख़ुलासा: विराट कोहली हैं कप्तान लेकिन चलती है धोनी की
ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ जारी वनडे सिरीज़ के पहले मैच में स्टंप के पीछे लगे माइक के ऑडियो से पता लगा कि भले ही कप्तान कोहली हों, गेंदबाज़ी कैसी होनी है ये धोनी न सिर्फ़ तय करते हैं बल्कि गेंदबाज़ भी उनकी बात को सिर आंखों पर लेते हैं।
धोनी इंडिया के सफलतम कप्तान रहे हैं हालंकि अब उन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20 की कप्तानी छोड़ दी है और ये ज़िम्मेदारी अब विराट कोहली निभा रहे हैं। कोहली भी जिस तरह से टीम की अगुवाई करते हुए एक के बाद एक सिरीज़ जीतते जा रहे हैं, उससे लगता है कि वह भी भविष्य में बतौर कप्तान कोई कीर्तिमान बना देंगे। एक सफल कप्तान के पीछे उसकी टीम होती है जो अपने कप्तान की हर बात को सुनकर खेल के नतीजे के रुप में अंजाम देती है। अमूमन टीम के सदस्य ख़ासकर वरिष्ठ खिलाड़ी ज़रुरत पड़ने पर कप्तान को सलाह दे देते हैं और अगर कप्तान को सही लगता है तो वह उसकी सलाह मान भी लेता है।
लेकिन ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ जारी वनडे सिरीज़ के पहले मैच में स्टंप के पीछे लगे माइक के ऑडियो से पता लगा कि भले ही कप्तान कोहली हों, गेंदबाज़ी कैसी होनी है ये धोनी न सिर्फ़ तय करते हैं बल्कि गेंदबाज़ भी उनकी बात को सिर आंखों पर लेते हैं। रविवार को ऑस्ट्रेलिया से हुए वनडे मैच भारत ने 26 रन से जीता। इस जीत में धोनी की बड़ी भूमिका रही। उन्होंने संकट की घड़ी में 79 रन की पारी खेली जो निर्णायक साबित हुई। बल्लेबाज़ी और विकेटकीपिंग के अलावा धोनी मैच के दौरान गेंदबाजों को लगातार बल्लेबाज़ों को आउट करने के टिप्स देते रहे।
जब कुलदीप यादव बॉलिंग कर रहे थे तब धोनी ने सलाह दी, “वो मारने वाला डाल ना, अंदर या बाहर कोई भी।” युजवेंद्र चहल को भी धोनी बार-बार सलाह दे रहे थे, “घूमने वाला डाल घूमने वाला।” इस दौरान धोनी ख़राब गेंदबाज़ी पर नाराज़ भी हुए। ग्लेन मैक्सवेल को फेंकी गयी कुलदीप यादव की गेंदों से धोनी खुश नहीं थे। उन्होंने कुलदीप से कहा, “ना ना ना ना इसको इतना आगे नहीं।” वहीं चहल को धोनी ने कहा, “तू भी नहीं सुनता है क्या? ऐसे ऐसे डालो।”
मैच में कुलदीप यादव ने डेविड वार्न और मार्कस स्टोनिस का विकेट लिया। वहीं चहल ने ग्लेन मैक्सवेल, मैथ्यू वैड और पैट कमिंस का विकेट लिया। गेंदबाज़ी के अलावा धोनी फ़ील्ड प्लेसिंग भी करते दिखे।
ऑस्ट्रेलिया के साथ पांच वनडे मैचों की पहले मैच में धोनी ने अपना 100वां अर्ध-शतक मारा। ऐसा करने वाले वो चौथे भारतीय खिलाड़ी बने। वनडे क्रिकेट में ये धोनी का 66 वां अर्ध-शतक था। धोनी वनडे करियर में 302 मैचों की 260 पारियों में 52.34 के औसत से 9737 रन बना चुके हैं। धोनी अब तक 10 शतक और 66 अर्ध-शतक बना लगा चुके हैं। धोनी के नाम टेस्ट क्रिकेट में छह शतक और 33 अर्धशतक और टी-20 में एक अर्ध-शतक है।
महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय क्रिकेट टीम को अपनी कप्तानी में वनडे और टी-20 का विश्व कप दिलाया। टेस्ट में भी उनकी कप्तानी में टीम दुनिया में नंबर एक रही थी। अब वो कप्तानी से संन्यास ले चुके हैं और बल्लेबाज और विकेटकीपर के तौर पर टीम में शामिल हैं।