7 कप्तानों के अंडर खेलने वाले आशीष नेहरा ने इसलिए लिया सन्यास का फ़ैसला
नेहरा ने कहा- "यह मेरा अपना निर्णय है। नवंबर को मैच दिल्ली में है। अपने होम टाउन में सन्यास लेने से बड़ी कोई चीज नहीं होती।"
नई दिल्ली: टीम इंडिया के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने 1 नवंबर को इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास लेने का औपचारिक ऐलान कर दिया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टी-20 मैचों की सिरीज़ के लिए टीम में शामिल नेहरा ने कहा है कि वह न्यूजीलैंड के खिलाफ 1 नवंबर को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर सन्यास लेंगे। नेहरा ने कहा- "यह मेरा अपना निर्णय है। नवंबर को मैच दिल्ली में है। अपने होम टाउन में सन्यास लेने से बड़ी कोई चीज नहीं होती।"
नेहरा ने आगे कहा कि अगर वह सन्यास ले लेते हैं तो वह क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में कहीं भी नहीं खेलेंगे। नेहरा ने कहा "अगर मैंने कुछ फैसला किया है तो उसे वापस नहीं लूंगा। अगर मैं सन्यास लूंगा तो मैं आईपीएल भी नहीं खेलूंगा।"
वैसे नेहरा का विराट कोहली की कप्तानी में ही सन्यास लेने को एक इत्तेफाक भी कहा जा सकता है क्योंकि ऐसा शायद ही किसी ने सोचा होगा कि जिस 15 साल के बच्चे को शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित कर रहे हैं आगे चलकर उसी बच्चे की कप्तानी में वो क्रिकेट जगत को अलविदा कहेंगे। दरअसल 14 साल पहले साल 2003 में अंडर 16 के एक मैच में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आशीष नेहरा ने विराट कोहली को सम्मानित किया था। उस वक्त कोहली सिर्फ 15 साल के थे और ये बात किसी को मालूम नहीं थी कि नेहरा एक दिन विराट कोहली की कप्तानी में खेलेंगे।
1999 में अजहरुद्दीन की कप्तानी में डेब्यू करने वाले आशीष नेहरा अपने 18 साल के क्रिकेट करियर में 7 अलग-अलग कप्तानों के अंडर खेल चुके हैं। अपने लंबे करियर के दौरान नेहरा अपने शानदार प्रदर्शन के साथ-साथ अपने इंजरी को लेकर भी चर्चाओं में रहते थे। 18 साल के करियर में नेहरा की 12 सर्जरी हो चुकी हैं। इसके बाद भी वो मैदान पर हमेशा अपना बेस्ट देने की कोशिश करते हैं।
2011 में वर्ल्ड चैंपियन टीम इंडिया के सदस्य रहे आशीष नेहरा ने अब तक 17 टेस्ट, 120 वनडे और 26 टी-20 मुकाबले खेले हैं। उन्होंने 44 टेस्ट, 157 वनडे और 34 टी20 विकेट लिए हैं।