71वीं बार खेली जाएगी एशेज सीरीज, जिसके ये दिलचस्प आकड़े सभी को कर देते हैं हैरान
एशेज सीरीज के 71वें एडिशन से पहले अभी तक दोनों के बीच कुल 346 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं।
इंग्लैंड के समर में आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 के बाद अब फैंस पर उनकी सबसे प्रख्यात सीरीज एशेज का खुमार छा जाएगा। जिसमें ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का भी आगाज होगा। जबकि एशेज सीरीज का ये 71वां एडिशन होगा जिसमें 33 बार ऑस्ट्रेलिया तो 32 बार इंग्लैंड ने कब्ज़ा किया है। ऐसे में आज हम आपको एशेज से जुड़े कुछ दिलचस्प आकड़ों के बारें में बताएंगे, जो सभी को हैरानी में डाल देते हैं।
एशेज सीरीज के 71वें एडिशन से पहले अभी तक दोनों के बीच कुल 346 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं। इनमें ऑस्ट्रेलिया ने 144 टेस्ट और इंग्लैंड ने 108 टेस्ट मैच जीते हैं। 94 मैच ड्रा रहे हैं। जबकि 5 सीरीज ड्रा पर छुटी हैं। इतना ही नहीं एशेज जीतने वाली टीम को ट्रॉफी के रूप में एक अर्न भी दी जाती है, जिसे सीरीज जीतने वाली टीम अपने पास रखती है। वर्तमान में ये ऑस्ट्रेलिया के पास है क्योंकि उसने पिछली बार इंग्लैंड को अपने घरेलू एशेज सीरीज के दौरान 4-0 से हराया था।
इस अर्न को इंग्लैंड क्रिकेट के अवशेष के रूप में मान जाता है। इसकी शुरुआत 137 साल पहले 1882 में हुई थी। उस समय क्रिकेट को जनम देने वाले इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया ने द ओवल टेस्ट मैच में हराया था। इस हार के बाद ब्रिटेन के अखबार द स्पोर्टिंग टाइम ने व्यंगात्मक तौर पर एक शोक संदेश प्रकाशित किया। इसमें लिखा 'द डेथ ऑफ़ इंग्लिश क्रिकेट', जिसके बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया और राख (अंग्रेजी में एशेज) ऑस्ट्रेलिया ले जाया गया। तब इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान रहे इवो ब्लाइ ने शपथ ली थी कि वह एशेज को फिर से अपने देश वापस लेकर आएंगे। इसके बाद से ही ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज को एशेज नाम दे दिया।
इस एशेज अर्न के अंदर लकड़ी की गिल्लियों (स्टंप बेल्स) की राख रखी गई है। जिसे जो भी टीम जीतती है वो अपने देश ले जाती है।