एशेज 2019, पांचवां टेस्ट प्रीव्यू: इतिहास रचने पर ऑस्ट्रेलिया की नजरें, सीरीज ड्रॉ कराना चाहेगी इंग्लैंड
इंग्लैंड ने तीसरा टेस्ट रोमांचक अंदाज में एक विकेट से जीता था, लेकिन वह चौथा टेस्ट 185 रनों से गंवा बैठी।
लंदन। चौथे टेस्ट मैच में मेजबान इंग्लैंड को 185 रन से हराने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम गुरुवार से यहां द ओवल मैदान पर होने वाले पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच को जीतकर एशेज सीरीज में इतिहास रचना चाहेगी। इंग्लैंड ने तीसरा टेस्ट रोमांचक अंदाज में एक विकेट से जीता था, लेकिन वह चौथा टेस्ट 185 रनों से गंवा बैठी। इस हार के बाद अब मेजबान टीम सीरीज में 1-2 से पीछे चल रही है और उसकी कोशिश पांचवें मैच को जीतकर सीरीज 2-2 से बराबरी करने की होगी।
इंग्लैंड ने इस मैच के लिए टीम में कोई बदलाव नहीं किया है और वह पिछले मैच के 12 सदस्यीय टीम के साथ ही उतरेगी। इंग्लैंड के कोच ट्रेवर बेलिस का यह टीम के साथ यह आखिरी मैच होगा और टीम अपने कोच को विजयी विदाई देना चाहेगी।
इंग्लैंड की टीम चाहेगी कि उसके बल्लेबाज इस मैच में रन बनाएं। बेन स्टोक्स ने जरूर हेडिंग्ले में मैच जिताऊ पारी खेली थी, लेकिन चौथे मैच में अपने 11वें ओवर में वह अपना कंधा चोटिल करा बैठे थे। इसके बाद वह ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में गेंदबाजी कराने नहीं आए थे।
मेजबान इंग्लैंड की मुख्य चिता शानदार फॉर्म में चल रहे स्टीवन स्मिथ को रोकने की है। स्मिथ सीरीज में अब तक तीन शतक और दो अर्धशतकों की मदद से 680 रन बना चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया की 2-1 की बढ़त में स्मिथ का अब तक शानदार योगदान रहा है।
दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया टीम की नजरें 2001 के बाद से इंग्लैंड की धरती पर पहली बार एशेज सीरीज जीतकर इतिहास रचने की है।
मेहमान टीम की तेज गेंदबाजी आक्रमण ने अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है और वे ओवल में भी इसे जारी रखना चाहेंगे। टीम के तेज गेंदबाज पैट कमिंस इस सीरीज के सभी मैचों में खेले हैं और इसमें भी उनका खेलना तय है।
कोच जस्टिन लेंगर पहले ही कह चुके हैं कि उनकी टीम 3-1 से सीरीज जीतना चाहेगी। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के लिए डेविड वॉर्नर का खराब फॉर्म जारी रहना चिंता की बात है।
वॉर्नर ने सीरीज में अब तक केवल 79 रन बनाए हैं। तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने उन्हें काफी बार आउट किया है। हालांकि वॉर्नर के खराब फॉर्म के बावजूद कोच लेंगर ने उनका समर्थन किया है।
टीमें :
ऑस्ट्रेलिया : टिम पेन (कप्तान/विकेटकीपर), स्टीवन स्मिथ, डेविड वार्नर, मार्कस हैरिस, मार्नस लाबुस्शाने, ट्रेविस हेड, मैथ्यू वेड, (विकेटकीपर), पैट कमिंस, पीटर सिडल, मिशेल स्टार्क, नाथन लॉयन, जोश हेजलवुड।
इंग्लैंड : जोए रूट (कप्तान), रोरी बर्न्स, जोए डेनले, जेसन रॉय, बेन स्टोक्स, जॉनी बेयरस्टो (विकेटकीपर), जोस बटलर, क्रेग ओवरटन, जोफ्रा आर्चर, स्टुअर्ट ब्रॉड, जैक लीच।