अजिंक्य रहाणे का बड़ा बयान, कहा- ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज जीतने की प्रबल दावेदार
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच 6 दिसंबर से एडिलेड में खेला जाएगा।
भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को सीरीज जीतने का प्रबल दावेदार बताया है। रहाणे ने कहा भले ही ऑस्ट्रेलिया के दो बड़े स्टार खिलाड़ी बैन झेल रहे हों लेकिन वो मेजबान को बिल्कुल भी कमजोर नहीं मान रहे हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच 6 दिसंबर से एडिलेड में खेला जाएगा। रहाणे ने कहा, ”मुझे लगता है जो भी टीम अपने घर पर खेलती है उसको ज्यादा फायदा होता है। ऑस्ट्रेलिया की टीम अभी भी सीरीज जीतने के लिए फेवरेट है। हम कंगारुओं को बिल्कुल भी हल्के में नहीं लेने वाले हैं। उनकी टीम में स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर नहीं हैं लेकिन मैं नहीं मानता वो कमजोर हैं।”
साथ ही उपकप्तान ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी को बेहद मजबूत बताया। उन्होंने कहा, ”आप ऑस्ट्रेलिया की बॉलिंग अटैक को देखिए वो बहुत मजबूत है। अगर आप टेस्ट सीरीज जीतना चाहते हैं तो आपका बॉलिंग अटैक शानदार होना चाहिए। इसी वजह से मैं मानता हूं ऑस्ट्रेलिया की टीम अब भी फेवरेट है।”
रहाणे ने मेलबर्न में 2014 -15 में विराट कोहली के साथ 262 रन की साझेदारी का उदाहरण देते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया का फोकस सिर्फ भारत के स्टार बल्लेबाज पर रहने से दूसरे बल्लेबाजों को एक छोर से अपना काम करने में मदद मिल जाती है। उन्होंने कहा,‘‘ हर बल्लेबाज का काम टीम के लिये योगदान देना है । हमें पिछली बार की तरह लंबी साझेदारियां बनानी होगी। इससे ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतने में मदद मिलेगी।’’
उन्होंने कहा,‘‘ पिछली बार एमसीजी पर हमने साझेदारी का पूरा मजा लिया। मिशेल जॉनसन का फोकस विराट कोहली पर था और दूसरे छोर से मैं मजे से अपना स्वाभाविक खेल दिखा रहा था। दूसरे छोर पर विराट काफी आक्रामक था, बल्ले से भी और मुंह से भी।’’
रहाणे ने कहा,‘‘ इससे मुझे खेल पर फोकस करने और अपना स्वाभाविक खेल दिखाने में मदद मिली। मैं विराट से बिल्कुल अलग खेलता हूं। आपको समझना होता है कि हर किसी की भूमिका अलग अलग है। यह टीम का खेल है और विराट भी यह समझता है।’’
दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों की काफी आलोचना हुई थी जहां सिर्फ कोहली ही चल सके थे। रहाणे ने कहा,‘‘ लोग आलोचना करेंगे या तारीफ करेंगे लेकिन हमें मुश्किल दौर में एकजुट रहना होगा। इंग्लैंड में हालात काफी चुनौतीपूर्ण थे और इंग्लिश बल्लेबाज भी जूझते दिखे एलेस्टेयर कुक की आखिरी टेस्ट पारी के अलावा कोई बड़ा स्कोर नहीं बना सका। इसलिये आलोचना पर फोकस करने की जरूरत नहीं है और ना ही तारीफ पर।’’
उन्होंने कहा,‘‘ हर सीरीज में नये सिरे से शुरूआत करने की जरूरत है। इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में हमने सबक ले लिया और अब सुधार के साथ खेलेंगे। इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में अच्छी शुरूआत जरूरी है।’’