रणजी के 84वें चरण में ये खिलाड़ी टीम इंडिया में वापसी के लिए करेंगे ज़ोर आज़मायश
रणजी ट्राफी का 84वां चरण कल से शुरू होगा जिसमें भारतीय क्रिकेट के स्टार खिलाड़ी घरेलू और विपक्षी टीम के मैदान पर शानदार प्रदर्शन करते दिखायी देंगे।
नयी दिल्ली: रणजी ट्राफी का 84वां चरण कल से शुरू होगा जिसमें भारतीय क्रिकेट के स्टार खिलाड़ी घरेलू और विपक्षी टीम के मैदान पर शानदार प्रदर्शन करते दिखायी देंगे। टूर्नामेंट में फिर से घरेलू और विपक्षी टीमों के मैदान पर मैच प्रारूप की वापसी हो रही है। भारत अगला टेस्ट 16 नवंबर को खेलेगा जिससे रविचंद्रन, अनि और चेतेश्वर पुजारा जैसे खिलाड़ियों को प्रीमियर घरेलू टूर्नामेंट में अपनी राज्य की टीम के अभियान में योगदान देने के अलावा कुछ अतिरिक्त मैच अभ्यास करने का मौका मिल जायेगा।
अनि के अलावा टेस्ट सलामी बल्लेबाज मुरली विजय से तमिलनाडु की टीम को मजबूती मिलेगी जो आंध्र के खिलाफ घरेलू मैदान पर शुरूआती मैच खेलेगी। अभिनव मुकुंद तमिलनाडु के कप्तान होंगे जिन्हें श्रीलंका के खिलाफ हालिया टेस्ट सीरीज में भारत के रिजर्व सलामी बल्लेबाज के रूप में रखा गया था।
पुजारा ने भी अनि की तरह इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया, वह जयदेव शाह की अनुपस्थिति में सौराष्ट्र की कप्तानी करेंगे। उनके साथ बायें हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा भी मौजूद रहेंगे जो अचानक ही राष्ट्रीय वनडे और टी20 टीम से बाहर हो गये हैं। टेस्ट विकेटकीपर रिद्धिमान साहा और तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पालम में सेना के खिलाफ बंगाल के पहले दौर के मैच में खेलेंगे।
गौतम गंभीर के कप्तानी छोड़ने के बाद इशांत शर्मा दिल्ली की टीम की अगुवाई करेंगे। उन्हें श्रीलंका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में एक भी मैच नहीं दिया गया, जिससे वह अच्छा प्रदर्शन करने को बेताब होंगे। यह लंबे कद का गेंदबाज पिछले कुछ समय से भारत की सीमित ओवर टीम का हिस्सा नहीं बन पा रहा है जिसने अंतिम वनडे जनवरी 2016 में और टी20 मैच 2013 में खेला था।
पिछले साल टूर्नामेंट तटस्थ स्थलों पर खेला गया था लेकिन यह प्रयोग विफल रहा और फिर से इसमें घरेलू और विपक्षी टीम के मैदान पर मुकाबले कराये जाने की वापसी हुई है जिससे यह खेल प्रेमियों के लिये फिर से दिलचस्पी पैदा करेगा।
तटस्थ स्थल पर मैच कराने का कदम लाजिस्टिकल रूप से नाकाम रहा जिसमें मुकुंद और अक्षर पटेल जैसे बड़े खिलाड़ियों ने मैच की मेजबानी करने वाले राज्य संघ की दिलचस्पी में कमी की शिकायत की थी।
इरफान पठान फिर से बड़ौदा की अगुवाई करेंगे, उन्होंने पारंपरिक प्रारूप की वापसी का स्वागत किया लेकिन कहा कि तटस्थ स्थल पर मैचों का आयोजन आजमाने के लिये सही था। उन्होंने पीटीआई से कहा, अगर कुछ नया नहीं आजमाया जायेगा तो हम इसे लागू करने के तरीके नहीं ढूंढ पायेंगे। इसलिये इसे आजमाना अच्छा रहा और इस प्रयास में सबसे अहम मुद्दा यह रहा कि क्यूरेटर मैच को चार दिन तक खींचने के प्रयास में पिच से प्रयोग करने लगते थे जो क्रिकेट के लिये ठीक नहीं था।
इस बार सभी 28 टीमें बराबर संख्या में मैच खेलेंगी जिन्हें चार ग्रुप में विभाजित किया गया है और प्रत्येक पूल से दो शीर्ष टीमें क्वार्टरफाइनल में प्रवेश करेंगी।
रणजी ट्राफी को अब काफी अहमियत दी जा रही है जिसमें भारतीय खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा प्रथम श्रेणी के मैच का हिस्सा होने के लिये कहा जा रहा है।
इसी कारण से मुंबई के बल्लेबाज श्रेयस अयर को न्यूजीलैंड सीरीज के पांच मैचों के पहले तीन मैचों के लिये ही भारत ए का कप्तान नियुक्त किया गया। भारत ए के लिये खेलने के बाद वह 14 अक्तूबर से मध्य प्रदेश के खिलाफ होने वाले मुंबई के शुरूआती मैच के लिये इंदौर जायेंगे।