Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार यदि आप अपने जीवन को ढाल लेते हैं तो आपके जीवन में सुख और घर में बरकत बनी रहती हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार हर दिशा की अपमी अहमियत
होती है। वास्तु के नियम सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा पर आधारित हैं। यहां हर चीज़ या वस्तु के लिए एक दिशा का चुनाव किया गया है। इसी तरह वास्तु शास्त्र में घर में रखे जाने वाले जूते-चप्पलों के लिए भी एक दिशा चुनी गई है।
माना जाता है कि घर की गलत दिशा में जूते-चप्पल रखे जाते हैं तो इससे घर में अशांति फैलती और घर में दुर्भाग्य आता है। घर के लोगों के जीवन परेशानियां आनी शुरू हो जाती हैं। यहां तक कि घर में धन की भी बारी कमी हो सकती है। आर्थिक तंगी की मार से बढ़ी कोई मार नहीं होती है। इसलिए इन नियमों को ज़रूर पालन करें।
- - आपने बचपन से सुना होगा कि कभी जूते-चप्पलों को उल्टा नहीं रखना चाहिए। अगर आपको कभी उल्टी चप्पल नज़र भी आए तो उसे तुरंत ठीक से रख दें। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो घर में नकारात्मक उर्जा आती है। परिवार में कलेश औक आर्थिक दिक्कतें पैदा होती हैं।
- - वास्तु के अनुसार जूते और चप्पलों को उत्तर या पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए। अपने घर की इन ही दिशाओं में जूते-चप्पल रखने की जगह बनानी चाहिए।
- - उत्तर या पूर्व दिशा चप्पल-जूते रखने से घर की सकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है। ये दिशा मां लक्ष्मी की होती है और इस दिशा में जूते रखने से घर में मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है।
- - वास्तु के अनुसार, घर पर जूते-चप्पल को हमेशा बंद ऐसे रखें की वो किसी को नज़र न आए। जैसे की इन्हें किसी अलमारी में रखना चाहिए। इस अलमारी को भी हमेशा दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए।
- - बाहर से आते वक्त भी जूते-चप्पलों को दक्षिण या पश्चिम दिशा में ही उतारना चाहिए। वास्तु शास्त्र में जूत-चप्पलों को घर के मुख्य द्वार पर उतारना अशुभ माना जाता है।
डिस्क्लेमर - ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।
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